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मातमी धुनों के बीच ताजिए कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक
By Deshwani | Publish Date: 4/10/2017 10:44:42 AM
मातमी धुनों के बीच ताजिए कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक

मौ, (हि.स.)। मोहर्रम के ताजियों का जुलूस मंगलवार को मौ नगर के विभिन्न मोहल्लों की सड़कों पर मातमी धुनों के साथ निकाला गया। देर रात नया बस स्टैंड स्थित बरौआ तालाब कर्बला में एक सैकड़ा के करीब छोटे बड़े सभी ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। जिस मार्ग से ताजियों का काफिला गुजरा कर्बला तक सड़क की दोनों ओर दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जुलूस के दौरान थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। 

ताजियों में सबसे आकर्षण का केन्द्र जो सबसे आगे चल रहा इमामबाड़े का पंचायती ताजिया रहा। इसके साथ ही लोगों की नजर उड़न बछेड़ी बुर्राक को देखने पर टिकी थीं। इस कार्यक्रम में जियारत करने वालों में कई हिन्दू भाई भी थे। प्रमुख स्थानों पर हिन्दू-मुस्लिम एकता मंच के गोपाल सिंह कुशवाह, सईद खां, समाज सुधार सेवा समिति के रहीस अंसारी और उनके साथियों सहित कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने तबर्रुख (प्रसाद) का भी वितरण किया।

ताजियों के जुलुस में चल रहे लोगों के लिए बाजार में अनेक स्थानों पर शर्बत और पीने के लिए ठण्डे पानी का वितरण किया। बझेरा पर लगने वाले मेले में और ताजियों के साथ रास्ते में चल रहे युवाओं ने हैरतअंगेज करतब भी दिखाए हैं। रात करीब 10-11 बजे जुलूस कर्बला पहुंचा जहां इस्लामिक परंपरा के अनुसार ताजिए सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए।

नवरात्रि पर्व के अंतिम दिन दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद ताजियों का विसर्जन कर यहां हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही समुदायों ने एकता का परिचय देते हुए सौहार्द वातावरण कायम रखने का सराहनीय कार्य किया है। दोनों ही कार्यक्रम एक ही दिन पड़ने के कारण सुरक्ष व्यवस्था को लेकर प्रशासन भी सकते में था, लेकिन आयोजकों ने समय में फेर बदल कर व्यवस्था बनाने में सहयोग किया है जो काबिले तारीफ है।

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