राज्य
अवैध प्रवेश रोकने के लिए मछुआरों को विशेष प्रमाणपत्र
By Deshwani | Publish Date: 4/10/2017 9:24:45 AMबहरमपुर, (हि.स.)। इन्डो-बांग्ला सीमावर्ती क्षेत्रों के जरिये राज्य और यहां से देश के कोने-कोने में जाने वाले अवैध घुसपैठियों के घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष प्रकार की प्रमाणपत्र मछुआरों को दिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार अवैध घुसपैठियों की घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ जवानों ने सीमा पर मछुआरों को मछली पकड़ने पर रोक लगा दी है। जिससे मछुआरों को आर्थिक परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकतर मछुआरे इसी धन्धे से अपनी आजीविका चलाते हैं। इसे देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात बीएसएफ के साथ सोमवार को एक प्रशासनिक बैठक के दौरान मुर्शिदाबाद जिले के बहादुरपुर ग्राम पंचायत ने विशेष प्रकार का प्रमाणपत्र नदी में कार्यरत मछुआरों को देने का निर्णय लिया।
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध घुसपैठ को लेकर बीएसएफ अधिकारियों के बीच तनाव फैला था। इसकी आशंका से ही मछुआरों को मछली पकड़ने से रोका गया। क्योंकि मछुआरों के रूप में घुसपैठी राज्य में आ सकते थे। लेकिन अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए बहादुरपुर ग्राम पंचायत ने मछुआरों को विशेष प्रकार का प्रमाणपत्र देने का निर्णय लिया है। ताकि उनके रोजगार बचा रहे। जिन मछुआरों के पास यह प्रमाणपत्र रहेगा उन्हें ही मछली पकड़ने की अनुमति दी जाएगी।
स्थानीय बिडीओ सामसुज्जामान के अनुसार सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को कई नियम का पालन करना पड़ता है। मछुआरों को भी इसी नियम के तहत आने को कहा गया। इसलिए बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। इससे मछुआरों की जीविका सरल होगी। बहादुरपुर ग्राम पंचायत के उप-प्रधान यदुराम घोष ने कहा कि फिलहाल मछुआरों के लिए प्रमाणपत्र तैयार किया जा रहा है। इस कार्ड के मिलने के बाद पद्मा नदी में वे मछली बिना किसी बाधा के पकड़ सकते हैं। प्रशासन के इस निर्णय से मछुआरे भी खुश हैं। वे भी इसका समर्थन कर रहे हैं।