पलवल, (हि.स.)। असत्य पर सत्य की व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाने वाला पर्व विजयदशमी (दशहरा) शनिवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। श्री सनातन धर्म दशहरा कमेटी के संयोजन में महर्षि दयानंद चौक स्थित नेता जी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में भगवान राम के स्वरूप ने सांकेतिक युद्ध में अट्टहास करते रावण को पलभर में धराशायी कर दिया। लंकेश के प्राणांत के बाद भगवान राम ने बंधु-बांधवों सहित लंकेश के पुतले का दहन किया।
हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में करीब घंटे भर तक चले रावण दहन के कार्यक्रम में दर्शकों ने एक से बढ़कर एक आतिशबाजी का आनंद उठाया। रावण, कुंभकरण व मेघनाथ के क्रमश: 70 फीट, 65 फीट व 60 फीट के पुतलों के दहन के साथ ही सारा वातावरण जय श्रीराम के जयघोष के साथ गुंजायमान रहा। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला मौजूद रहे। समारोह की अध्यक्षता महामंडेलश्वर महंत कामता दास महाराज ने की। दीपक मंगला ने कहा कि हमें रावण दहन के साथ-साथ असत्य, अन्याय, अत्याचार, अनीति तथा अभिमान का भी दहन करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन दशहरा कमेटी के अध्यक्ष सुशील भगत व महासचिव बंसीधर मुखीजा ने किया। पुतला दहन से पूर्व दशहरा कमेटी के संयोजन में भव्य झांकियां निकाली गईं। मेन बाजार स्थित सनातन धर्म मंदिर से शुरू होकर झांकियां शहर के मुख्य बाजारों व पुराना जीटी रोड से होती हुई पुतला दहन स्थल पर पहुंची। झांकियों में भगवान राम-लक्ष्मण-हनुमान, लंकापति रावण, भगवान शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण, खाटू-श्याम व साईं बाबा की झांकियां मुख्य रूप से शामिल थीं। झांकियों की अगवानी पलवल, फरीदाबाद, दिल्ली, यूपी के गौतम बुद्धनगर, पंजाब के मशहूर बैंड बाजों के साथ-साथ नफीरी पार्टी कर रही थी। ढोल की थाप पर युवक आकर्षक पंजाबी भांगड़ा कर रहे थे। वहीं दशहरा मैदानों में बच्चों ने खूब मस्ती की। बच्चों के लिए मेलों में झूले, ऊंट-हाथी की सवारी, खेल खिलौने, चाट पकौड़ी का भरपूर इंतजाम था। कुछ बच्चे झूलों पर व्यस्त रहे, तो कुछ सवारी करने में व्यस्त रहे।