लखनऊ, (हि.स.)। प्रदेश के झांसी, शामली और संभल जिलों में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने कई इनामी बदमाशों को पकड़ा है। हालांकि बदमाशों से मोर्चा लेने के दौरान एक थानेदार व चार पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। बुंदेलखण्ड झांसी की स्वॉट टीम को शनिवार को पता चला कि 25 हजार का इनामी काशीराम बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बड़ागांव जा रहा है। इस सूचना पर स्वॉट टीम ने बड़गांव पुलिस की मदद से गढ़मऊ इलाके में मौजूद इनामी बदमाशों को घेर लिया और सरेंडर करने को कहा। इसके जवाब में बदमाश ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी। तकरीबन आधे घंटे के चली इस मुठभेड़ में बदमाश की गोली से थानाध्यक्ष प्रवीन कुमार, व दो सिपाही घायल हो गये। इसी दौरान स्वॉट टीम की गोली लगने से इनामी बदमाश भी घायल हो गया।
झांसी के बाद शामली पुलिस ने भी अभियान चलाया। एसपी शामली अजय पाल शर्मा ने बताया कि हरियाणा निवासी दो शातिर लुटेरों राजेन्द्र उर्फ राजवीर और चेतन को शनिवार की रात्रि दो बजे के करीब पुलिस टीम ने बुढ़ाना मार्ग पर घेर लिया। पुलिस से घिरा देखकर अपराधियों ने गोली चलानी शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस टीम की गोली अपराधियों के पैर में जा लगी और दोनों जमीन पर गिर पड़े। पुलिस ने दोनों को मौके से गिरफ्तार किया। मुठभेड़ समाप्त होने पर जानकारी हुई कि दो सिपाहियों रोहित और विकास को भी गोली लगी है। सिपाही रोहित के दाहिनी जांघ में और सिपाही विकास के बांये हाथ में गोली लगी। सदर कोतवाली पुलिस ने दोनों अपराधियों और सिपाहियों को अस्पताल भिजवाया जहां उनका उपचार चल रहा है। पुलिस ने इनके पास से इनोवा गाड़ी, लूटे गये रुपये, तमंचा, कारतूस, मोबाइल फोन बरामद किये। पुलिस विधिक कार्रवाई कर इन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही है। इन्हीं बदमाशों ने शनिवार की रात सदर कोतवाली के नया बाजार इलाके में एक व्यापारी के गल्ले से रुपये लूट की थी।
इसी तरह संभल पुलिस ने भी मुठभेड़ के बाद एक इनामी बदमाश को पकड़ा है। पुलिस अधीक्षक रविशंकर छवि ने बताया कि रविवार की सुबह सूचना मिली कि इनामी बदमाश सुभाष पण्डित अपने साथियों संग कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जा रहा है। घेरे जाने पर बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरु कर दी। दोनों तरफ से हुई इस गोलीबारी में एसओ सहित दो पुलिस कर्मी और बदमाश सुभाष गंभीर घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। डाक्टरों ने एसओ और एक सिपाही की हालत गंभीर बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक पकड़े गए दोनों बदमाशों पर 15 हजार का इनाम घोषित है।
गौरतलब है कि प्रदेश को अपराध मुक्त करने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में अभियान चलाया जा रहा है। आईजी कानून व्यवस्था हरिराम शर्मा के मुताबिक 20 मार्च 2017 से 24 सितम्बर तक 430 पुलिस मुठभेड़ हुईं हैं। इसमें 17 इनामी बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया है 1120 अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक जय प्रकाश सिंह शहीद हुए हैं तो 100 पुलिस कर्मी बदमाशों की गोली लगने से घायल हुए हैं।