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बीएचयू में देर रात हिंसा आगजनी पथराव के बाद तनावपूर्ण शान्ति,परिसर में अभेद्य किलेबंदी
By Deshwani | Publish Date: 24/9/2017 2:03:38 PMवारणसी, (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(काहिवि) में शनिवार की देर रात भड़की हिंसा आगजनी के बाद रविवार को परिसर में तनावपूर्ण शान्ति है। पूरे परिसर में भारी फोर्स तैनात की गयी है। जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार उपद्रवी तत्वों पर नजर बनाये हुए हैं। विवि प्रशासन ने अशान्त परिसर और बवाल की आशंका पर विवि को 2 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है।
गौरतलब हो कि एक छात्रा से कथित छेड़खानी को 21 सितम्बर से शुरू हुआ छात्राओं का आन्दोलन शनिवार की देर रात अराजकता में बदल गया। शनिवार रात 1 बजे तक पुलिस और छात्राओं के बीच झड़प चलती रही। हालात इतने बेकाबू हो गए कि 1500 से ज्यादा पुलिस बल को तैनात करना पड़ा। जब छात्राओं ने कुलपति डा. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी के घर में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा और हाथापाई हो गई। पुलिस ने हवाई फायरिंग की और छात्राओं पर पथराव भी किया।
छात्राओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें धक्का दिया नीचे गिरा दिया। उन पर हाथ भी उठाया। हालत इतनी बिगड़ गयी कि परिसर में कर्फ्यू जैसे हालात हो गये। वीसी लॉज के सामने छात्र-छात्रओं पर लाठीचार्ज के बाद उग्र हुए आंदोलन में पुलिस को छात्रों पर काबू पाने के लिए 35 राउंड से अधिक हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
पुलिस बल की ओर से की जा रही हवाई फायरिंग का जवाब उपद्रवी छात्रों द्वारा बोतल बम और फायरिंग से दिया जा रहा था। तथा कथित छात्र नामधारी आगजनी करने वाले हवाई फायरिंग कर आगजनी करने लगे। रुइया मैदान से पेट्रोल में भीगा कपड़ा जला कर पेड़ पर फेंक दिया गया। बेकाबू हो रहे छात्रों को हॉस्टल में खदेड़ने के बाद पुलिस भी बिड़ला में घुस गई। इस उपद्रव के कुछ ही देर बाद एमएमबी की छात्रएं भी चौराहे पर निकल आईं और सीओ कैंट की गाड़ी को घेर लिया। मौके पर वीडियोग्राफी कर रहे सिपाही से उसका कैमरा भी छीनने का प्रयास किया। देखते ही देखते छात्रओं की संख्या बढ़ती गई। छात्राएं भी बेकाबू हो गई। सूचना पर एसपी सिटी, सीओ कैंट, एसओ चेतगंज, एसओ लंका, एएओ भेलूपुर भारी फोर्स के साथ पहुंच गये।