गुवाहाटी, (हि.स.)। असम में इस वर्ष की दूसरी बाढ़ ने काफी तबाही मचाई है। इंसान व पशुओं की मौत के साथ ही बड़े पैमाने पर संपत्ति का भी नुकसान हुआ है। वहीं पूर्वोत्तर से देश के शेष हिस्सों के लिए ट्रेन सेवाओं पर भी असर पड़ा है। गत पांच दिनों से पूर्वोत्तर से अन्य राज्यों के लिए ट्रेन सेवाएं पूरी तरह से रद्द हैं। असम के साथ ही पश्चिम बंगाल और बिहार में आई बाढ़ की वजह से अनेक स्थानों पर खासकर कटिहार रेल खंड में रेल पटरियों को काफी नुकसान हुआ है।
असम की राजधानी गुवाहाटी स्थित पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) मुख्यालय मालीगांव से मिली जानकारी के अनुसार गुवाहाटी से पश्चिम बंगाल के डालखोला के बीच स्पेशल ट्रेन बुधवार से शुरू की गई है। यह ट्रेन गुवाहाटी, कामाख्या, रंगिया, नलबाड़ी, बरपेटा रोड, बंगाईगांव, न्यू बंगाईगांव, कोकराझार, फकीराग्राम, न्यू अलीपुरद्वार, न्यू कुचबिहार, फालाकाटा, धुपगुड़ी, जलपाईगुड़ी रोड, न्यू जलपाईगुड़ी, अलुवाबारी रोड, किसनगंज और डालखोला के बीच चलेगी। ट्रेन में दो एसएलआर और 10 जनरल कोच कुल 12 डिब्बे संलग्न हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर के शेष राज्यों में ट्रेन सेवाएं बाधित हैं, लेकिन पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों तक ट्रेन सेवाओं का परिचालन सामान्य है। जिसमें गुवाहाटी से अरुणाचल के नाहरलगुन, गुवाहाटी से सिलचर होते हुए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला, गुवाहाटी से जोराहाट, डिब्रूगढ़, शिवसागर, तिनसुकिया आदि के बीच ट्रेनों का परिचालन सामान्य है। हालांकि लंबी दूरी की ट्रेनों के नहीं चलने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। पूर्वोत्तर से दूसरे राज्यों को जाने के लिए लोगों को अधिक पैसे देकर हवाई मार्ग का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। पूसीरे सूत्रों ने बताया है कि बुधवार को भी 50 से अधिक लंबी दूरी की ट्रेनों की सेवाएं रद्द की गई हैं। माना जा रहा है कि ट्रेन सेवाओं को बहाल होने में अभी समय लगेगा।
पूसीरे के सूत्रों ने बताया है कि ट्रैक से पानी उतरने के बाद भी ट्रेनों का चलाना काफी जोखिम भरा कार्य होगा। कारण कई स्थानों पर ट्रैक को नुकसान हुआ है। इसके अलावा पहले यह निरीक्षण करना आवश्यक है कि ट्रैक, पुलिया, पुल आदि भार उठाने के काबिल हैं या नहीं। इसकी जांच हो जाने के बाद ही ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो पाएगा। असम में आई दूसरी बाढ़ से राज्य के लोग ही परेशान नहीं हुए हैं, बल्कि यहां आने वाले लोग भी ट्रेनों के सेवाएं बंद होने से परेशानी का सामना कर रहे हैं।