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दुकान वितरण में भ्रष्टाचार, जांच के बाद दुकान सील
By Deshwani | Publish Date: 15/8/2017 1:30:26 PMमुंबई, (हि.स.)। नासिक जिले के सटाणा तहसील में जिला ग्रामीण विकास योजना के तहत औंदाणे ग्रामपंचायत द्वारा निर्मित व्यापारी संकुल में दुकान वितरण में भ्रष्टाचार होने की बात सामने आने पर दुकानों को सील कर दिया गया है। फर्जी लाभार्थी दिखाकर कुछ सदस्यों द्वारा परिवार के लिए दुकान हड़पने की बात सामने आने पर आगामी अक्टूबर में होने वाले ग्राम पंचायत चुनाव में उन्हें विभिन्न समस्याओं का सामना करना होगा।
औंदाणे ग्राम पंचायत ने यशवंतनगर में जिला ग्रामीण विकास योजना के तहत 2010-11 में व्यापारी संकुल का निर्माण करके दुकान बनवाया था। दुकानों का वितरण भी किया गया है, लेकिन जिन व्यक्तियों के नाम पर यह दुकान है, उन्होंने ही यह दुकान किराए पर दी गई। तीन मई 2009 व दो अक्टूबर 2010 की ग्रामसभा में अनुक्रम के अनुसार 94 व 45 ग्रामस्थ उपस्थित थे। दुकान वितरण में भ्रष्टाचार का मामला आने पर स्थानीय समाजसेवी तुषार खैरनार ने अनशन करने की चेतावनी दी। इस पर बागलाण के सहायक गटविकास अधिकारी महेंद्र कोर ने दुकानों को सील करते हुए नए सिरे से लाभार्थियों का चयन करने का आदेश ग्रामसेवक को दिया है। इस भ्रष्टाचार में औंदाणे ग्रामपंचायत के कुछ पूर्व सदस्य फंस गए हैं। औंदाणे के तत्कालीन सरपंच कैलास निकम, ग्रामसेवक नारायण पवार के कार्यकाल मेें भ्रष्टाचार होने की बात सामने आई है। इस मामले में गटविकास अधिकारी की विस्तृत जांच करने की मांग की गई है।