भिण्ड, (हि.स.)। कई महीनों से अपने घरों से गायब भिण्ड के 11 नाबालिक बाल श्रमिकों को राजस्थान पुलिस ने सोमवार को जैसलमेर के मेला से मुक्त करवाकर चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया और फिर चाइल्ड लाइन के वॉलेंटियर्स ने सभी बच्चों को भिण्ड तक पहुंचाने का काम किया है।
राजस्थान पुलिस ने जैसलमेर के मेले से कुल 25 बच्चों को मुक्त कराया है। जिसमें 11 भिण्ड के और शेष उत्तर प्रदेश के इटावा आगरा इत्यादि नगरों के बताए गए हैं। इन बच्चों को भी चाइल्ड लाइन की टीम के द्वारा सोमवार को उनके परिजनों तक पहुंचाया गया है। सोमवार देर शाम को शहर कोतवाली में राजस्थान चाइल्ड लाइन की टीम इन बच्चों को लेकर पहुंची। जहां स्थानीय चाइल्ड लाइन टीम ने इनका सहयोग किया और पूरी लिखा-पढ़ी के बाद इन बच्चों को बालगृह भेज दिया गया। जहां से उनके परिजनों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जैसलमेर पुलिस ने भिण्ड के जिन नाबालिग बच्चों को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराया और भिण्ड पहुंचाया हैं, उनमें नदीम, आमिर, वारिस, धर्मेंद्र, इमरान, आशीष, समीर, शाबिर, निहाल, मुन्ना और अमन शामिल हैं। ये सभी बच्चे हैं जिनकी उमर 14 साल से 18 साल के बीच है। ये भिण्ड नगर के विभिन्न कॉलोनियों के रहने वाले हैं, इस बच्चों में अधिक बच्चे मुस्लिम समुदाय से हैं। इन बच्चों के घर आने से इन सब के परिजन काफी खुश हैं।
एसएस कुशवाह, टीआई शहर कोतवाली भिण्ड ने बताया कि राजस्थान के जैसलमेर के चाइल्ड लाइन सदस्यों द्वारा 11 बच्चों को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराकर भिण्ड लाया गया है। उन्हें स्थानीय चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया है।
शिवभान सिंह राठौर, संचालक चाइल्ड लाइन भिण्ड ने बताया कि जैसलमेर से मुक्त कराए गए बच्चों को बालगृह भेजा गया है, वहां से उनके परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द किया जा रहा है।