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नाबालिग का गर्भपात करवाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका
By Deshwani | Publish Date: 12/8/2017 1:36:20 PMमुंबई, (हि.स.)। तेरह वर्षीय बालिका का वजन दिनोंदिन बढ़ने से चिंतित मां-बाप जब उसका इलाज करवाने अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि उनकी नाबालिग लड़की साढ़े छह महीने के गर्भ से है। अब लड़की के माता-पिता उसका गर्भ गिरवाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर किए हुए हैं।
मुंबई के पश्चिमी उपनगर में स्थित कांदिवली के चारकोप में एक नाबालिग लड़की अपने माता-पिता के साथ रहती है। थाइराइड से बच्ची का वजन बढ़ रहा है, ऐसा समझते हुए उसके मां-बाप उसका इलाज करवाने के लिए अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने सोनोग्राफी करवाने के लिए कहा और उसके बाद पता चला कि लड़की साढ़े छह महीने की गर्भवती है। डॉक्टर निखिल दातार का कहना है कि लड़की के गर्भवती होने से उसके स्वास्थ्य को खतरा है। इसलिए इस मामले में उचित निर्णय लेना आवश्यक है।
लड़की के गर्भवती होने की जानकारी मिलने के बाद उसके मां-बाप के पैरों तले जमीन खिसक गई और जब इस संदर्भ में लड़की के मां-बाप ने उससे पूछा तो उसने बताया कि उसके साथ इडली की दुकान में काम करने वाले बाइस वर्षीय लड़के ने शारीरिक संबंध बनाया था। इसके बाद लड़की के पिता ने चारकोप पुलिस थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू करते हुए दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ लड़की के पिता ने गर्भपात करवाने के लिए सर्वोायालय में एक याचिका दायर की है।