भोपाल, (हि.स.)। प्रदेश के 44 नगरीय निकायों में शुक्रवार को सुबह सात से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। मतदान के प्रति लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पोलिंग बूथों पर लम्बी-लम्बी कतारें देखने को मिल रही हैं। मतदान शाम को पांच बजे तक होगा। राज्य निर्वाचन आयुक्त आर. परशुराम ने मतदाताओं से शांतिपूर्ण मतदान करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। मतदान केन्द्रों में मतदाताओं के लिये वाटरप्रूफ टेंट लगवाए गए हैं ताकि बारिश में मतदान पर कोई असर न पड़े, वहीं भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि शुक्रवार को सुबह वोटिंग शुरू होने से पहले मॉक पोल कराया गया, जो सुबह छह बजे शुरू हुआ। इसके बाद सात बजे से मतदान शुरू हुआ। बतादें कि प्रदेश के जिन 44 नगरीय निकायों में मतदान हो रहा है उनमें अध्यक्ष पद के लिए 206 और पार्षद पद के लिए 2133 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। नगरपालिका परिषद 18 और नगर परिषद 26 हैं। इन 44 नगरीय निकायों में कुल 8 लाख 51 हजार 732 मतदाता हैं। इनमें से 4 लाख 39 हजार 607 पुरुष, 4 लाख 12 हजार 61 महिला और 64 अन्य मतदाता हैं, जो आज अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। निकायों में वोटिंग के लिए मतदान केन्द्रों पर वोटिंग चल रही है, जिसमें करीब ढाई सौ संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जहां सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और पुलिस मोबाइल तैनात की गई है।
साथ ही, 5631 पंच, 74 सरपंच, 14 जनपद पंचायत सदस्य, तीन जिला पंचायत सदस्य के उप निर्वाचन एवं 356 पंच और 23 सरपंच के आम निर्वाचन के लिए भी शुक्रवार को मतदान चल रहा है। शुक्रवार शाम को पांच बजे तक उम्मीदवारों का भाग्य ईव्हीएम में कैद हो जाएगा, जिसकी मतगणना 16 अगस्त को होगी।
वहीं, उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर द्वारा मुरैना जिले की नगर पालिका परिषद सबलगढ़ के अध्यक्ष को पद से वापस बुलाने संबंधी राज्य शासन के आदेश को निरस्त कर दिया गया है। न्यायालय के आदेश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा खाली कुर्सी-भरी कुर्सी संबंधी निर्वाचन प्रक्रिया के अंतर्गत सबलगढ़ में शुक्रवार को प्रस्तावित मतदान एवं अन्य निर्वाचन प्रक्रियाएं निरस्त कर दी गई हैं।
सचिव राज्य निर्वाचन आयोग सुनीता त्रिपाठी ने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मुरैना को निर्देशित किया है कि इस संबंध में संबंधितों को सूचित कर निर्वाचन के लिये भेजे गये मतदान दलों की वापस भेजने के निर्देश दिए गए हैं।