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सपा एमएलसी डॉ अशोक बाजपेई ने दिया इस्तीफा
By Deshwani | Publish Date: 9/8/2017 3:01:18 PMलखनऊ, (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य डॉ अशोक बाजपेई ने बुधवार को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अशोक बाजपेयी ने विधान परिषद के सभापति को अपना इस्तीफा सौंपा है।
पत्रकारों से बात करते हुए डॉ बाजपेई ने कहा कि अपना इस्तीफा समाजवादी पार्टी में नेती जी (मुलायम सिंह यादव) की हो रही उपेक्षा के चलते दिया है। जिसने पार्टी को खड़ा किया आज पार्टी में उसी की उपेक्षा हो रही है। बाजपेयी का 30 जनवरी 2021 तक का कार्यकाल था। अशोक बाजपयी सपा के बड़े नेताओं में गिने जाते थे। वे मुलायम के करीबी माने जाते हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में अशोक बाजपेयी को लखनऊ से टिकट मिला था लेकिन प्रचार शुरू होने के बाद उनका टिकट काट कर मंत्री अभिषेक मिश्रा को दे दिया गया था। बाद में अशोक बाजपेयी को एमएलसी बनाकर पार्टी ने इसकी भरपाई की थी।
हरदोई जिले के रहने वाले अशोक बाजपेयी को कांग्रेस का जमीनी नेता माना जाता था। 2007 के यूपी विधानसभा चुनाव में टिकट कटा तो उन्होंने बसपा ज्वाइन कर ली। 2009 के लोकसभा चुनाव में वह इलाहाबाद से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन हार गए। बाद में बसपा ने भी अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद बाजपेयी ने सपा ज्वाइन कर ली।
गौरतलब हो कि 29 जुलाई को अमित शाह के उत्तर प्रदेश दौरे के शुरू होते ही सपा से एमएलसी बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह ने विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इन दोनों एमएलसी ने बाद में भाजपा का दामन भी थाम लिया। इस्तीफे के बाद डॉ अशोक बाजपेई के भी भाजपा में जाने की अटकलें लगायी जा रही हैं।