लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 5 कालीदास मार्ग से ‘‘नमामि गंगे जागृति’’ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम फूल, पूजा सामग्री या कोई भी वस्तु गंगा जी को जो गंगा भक्त अर्पित करना चाहते हैं, उनके के लिए अलग से कुंड बनाएंगे। आम जनमानस की भी जिम्मेदारी है कि गंगा के किनारे तटों पर गंदगी न होने दें।
यह यात्रा छह सितंबर तक जारी रहेगी। 11 अगस्त को हरिद्वार की हरकी पौड़ी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यात्रा को रवाना करेंगे। हरिद्वार से बलिया तक कुल 29 जिलों के 108 ब्लॉकों में 27 जगहों पर कार्यक्रम होंगे। यह यात्रा उत्तर प्रदेश होमगार्ड डिपार्टमेंट की ओर से गंगा सफाई के लिए निकाली जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘गंगा के किनारे 25 जिलों के 1627 गांवों को हमने खुले में शौच से मुक्त करने का काम किया है। औद्योगिक कचरे को गंगा में गिरने से रोकने के लिए भी हम लगातार कोशिश कर रहे हैं।'
कार्यक्रम के दौरान तेज बारिश हो रही थी, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यहां जो लोग भीग रहे हैं, वो गंगा मैया की कृपा है। अगर किसी को चर्म रोग होगा तो वो दूर हो जाएगा।’
इस यात्रा के जरिये गंगा के ऊपरी और आंतरिक सतह को साफ किया जाएगा। गांव व शहर के कचरे और अधजले शवों को गंगा में फेंके जाने से रोका जाएगा। इस यात्रा के जरिये गंगा किनारे बसे गांवों में ‘गंगा प्रहरी’ तैनात किये जायेंगे। जो गंगा मईया की स्वच्छता के लिए गांव और आस-पड़ोस के लोगों को जागरूक करेगा।
इस मौके पर स्वामी चिन्दानंद स्वामी मुनी महाराज, संसदीय मंत्री सुरेश खन्ना, होमगार्ड्स मंत्री अनिल राजभर, मंत्री आशुतोष टंडन व डीजी होमगार्ड सूर्य शुक्ल मौजूद रहे।