लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सुरक्षा करने वाली पुलिस ने 20 माफियाओं के सक्रिय होने और उनके गैंग के 140 सदस्यों के सक्रियता से समाज में अपराध बढ़ने का दावा किया है। कप्तान ने थाना प्रभारियों व थानाध्यक्षों को माफियाओं पर अंकुश लगाने के निर्देश दे दिए हैं।
राजधानी के कप्तान दीपक कुमार ने बैठक में समस्त थानों से उनके क्षेत्र के माफियाओं व गैंग चलाने वालों की सूची मांगी थी। इस सूची के मिलने के बाद कप्तान ने थाना प्रभारियों व थानाध्यक्षों को माफियाओं पर अंकुश लगाने के निर्देश देते हुए जल्द से जल्द अपराधिक घटनाओं में कमी लाने और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने को कहा है।
राजधानी में माफियाओं की सूची में पहला नाम हजरतगंज थाना क्षेत्र में सफेदपोश माफिया अतुल यादव का है। इसके दो आदमी योगेश और निम्मो उर्फ मृदुल सक्रिय है। इसी तरह हुसैनगंज थाना क्षेत्र में भूमाफिया शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, मानकनगर थाना क्षेत्र में परिवहन माफिया बृजेन्द्र सिंह, मानकनगर थाना क्षेत्र में अपराधी माफिया सुनील कुमार सिंह, अपराधी माफिया प्रिन्स उर्फ अहमद, परिवहन माफिया पुतानी सिंह, कैसरबाग थाना क्षेत्र में अपराधी माफिया अतुल अग्रवाल, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में भूमाफिया प्रेम शंकर तिवारी, भूमाफिया राजेन्द्र पाल त्रिपाठी, लल्लू यादव, तालकटोरा थाना क्षेत्र में भूमाफिया खड़ानन लाल मिश्रा, महानगर थाना क्षेत्र में माफिया आजम घोषी, माफिया योगेन्द्र मुरारी यादव, विकास नगर थाना क्षेत्र में माफिया अतुल सिंह उर्फ सन्तोष सिंह, मड़ियांव थाना क्षेत्र में दोस्त मोहम्मद, गाजीपुर थाना क्षेत्र में माफिया विजय परिहार, गुडम्बा थाना क्षेत्र में भूमाफिया पंकज कुमार यादव, हसनगंज थाना क्षेत्र में डॉन बबलू श्रीवास्तव, हसनगंज में माफिया अरुण कुमार शुक्ला उर्फ अन्ना, आशियाना थाना क्षेत्र में ड्रग माफिया दीपक वर्मा, शिक्षा माफिया शिवपाल सिंह, चिनहट में भूमाफिया अशोक पाठक, खनन माफिया फूलचन्द्र यादव, ड्रग माफिया सुधीर अग्रवाल, शिक्षा माफिया डॉ. राजुमा बौद्ध, गोमती नगर थाना क्षेत्र में भूमाफिया कपिल देव सिंह, गोसाईगंज थाना क्षेत्र में विश्व यादव और इंटौजा थाना क्षेत्र में वन माफिया जाबिर के नाम शामिल हैं।
हसनगंज थाना क्षेत्र में डॉन बब्लू श्रीवास्तव का नाम अंडरवर्ल्ड से जुड़ा हुआ रहा है। इसके जेल जाने के बाद तीन आदमियों ने काम सम्भाला हुआ है। पुलिस प्रशासन जल्द ही डॉन गुर्गो समेत राजधानी के माफियाओं की सक्रियता पर अंकुश लगाकर कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना चाहती है।