लखनऊ, (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री चंपतराय ने मंगलवार को राजधानी में कहा कि हिन्दुओं के स्वाभिमान के लिए बाबरी मस्जिद का विध्वंस जरूरी था। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद गिराने में मैं शामिल नहीं था, लेकिन मस्जिद गिरने के बाद मुझे ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण हिन्दुओं को खुशी थी। हिन्दुत्व के स्वाभिमान के जागरण का यह महान अवसर था। जिस दिन बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ उस दिन हिन्दुओं का सीना स्वाभिमान से चौड़ा हो गया था।
हिन्दुओं के स्वाभिमान के लिए बाबरी मस्जिद का विध्वंस जरूरी था
शिया वक्फ बोर्ड द्वारा रामजन्मभूमि से अपना दावा वापस लेने के मुद्दे पर विहिप नेता चंपत राय ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे। गौरतलब है कि मंगलवार को शिया वक्फ बोर्ड के सदस्यों ने वसीम रिजवी के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी देकर कहा है कि श्रीरामजन्म भूमि पर प्रभु श्रीराम का मंदिर बनाया जाय।
विहिप नेता ने हिस प्रतिनिधि से कहा कि विदेशी आक्रांताओं की याद दिलाने वाले सभी चिन्ह भारत से हटने चाहिए। बाबरी मस्जिद दासता का प्रतीक थी। इसलिए मस्जिद का गिरना देश के भविष्य के लिए अच्छा था।
उन्होंने कहा कि अयोध्या का विवाद मंदिर अथवा मस्जिद का सामान्य विवाद नहीं है यह भगवान की जन्म भूमि को वापस प्राप्त करने का संघर्ष है, यह हिंदुस्थान के स्वाभिमान का संघर्ष है।
हिंदू समाज की मान्यता है कि अयोध्या के मोहल्ला रामकोट में जिस स्थान पर तीन गुंबदों वाला ढांचा खड़ा था वहां एक मंदिर था जो राम जन्मभूमि मंदिर कहलाता था इस मंदिर को सन 1528 में बाबर के आदेश पर तोड़ा गया, हम इस स्थान को वापस लेकर ही शांत होंगे।
अयोध्या के लिए हिंदुओं के लिए अयोध्या का उतना ही महत्व है जितना मुस्लिमों के लिए मक्का। इसलिए अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा में कोई नई मस्जिद स्मारक इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र नहीं बन सकता।
उन्होंने केन्द्र सरकार से अपील की कि वह संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करे। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा के अंदर कोई भी इस्लामिक केन्द्र या स्मारक का निर्माण नहीं होगा।
श्री राय ने कहा कि हिन्दू समाज का पुरूषत्व अब जागृत हो चुका है। यह शुभ घड़ी है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण होकर रहेगा। उसे दुनिया की कोई शक्ति रोक नहीं सकती।