राज्य
महापरिनिर्वाण स्तूप के संरक्षण को एएसआई करेगा कलात्मक प्रयोग
By Deshwani | Publish Date: 8/8/2017 4:53:44 PMकुशीनगर, (हि.स.)। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) बुद्ध की अस्थियां समेटे महापरिनिर्वाण स्तूप व रामाभार स्तूप के संरक्षण के लिए अनूठा व कलात्मक प्रयोग करने जा रहा है। योजना बौद्ध स्थापत्य कला को दर्शाती उडेन बैरेकेडिंग से स्तूप को सुरक्षित करने की है। विभाग ने योजना की मंजूरी दे दी है।
विभाग की इस नवीन योजना से धरोहरों की ओर सैलानियों का आकर्षण और बढ़ेगा, पर सैलानी धरोहर को छू नहीं सकेंगे। वर्तमान में पर्यटक स्तूप को छू कर और उस पर लिख कर गन्दा करते थे। इससे धरोहर का क्षरण होता था और विभाग को संरक्षण करने में कठिनाई होती थी। एएसआई ने पार्किंग स्थल से मुख्य मंदिर तक जाने के लिए पाथ-वे, दिव्यांग पर्यटकों को मन्दिर तक आसानी से पहुंचने के लिए दक्षिण पूर्व दिशा में रैंप निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर की है।
वरिष्ठ संरक्षण अधिकारी ई. पंकज कुमार तिवारी का कहना है कि एएसआई ने सारनाथ में इस तरह का प्रयोग किया है जो बहुत ही सफल है। इस कार्य से धरोहर का आकर्षण बढ़ेगा और संरक्षण भी होगा। पाथ-वे व दिव्यागों के रैंप की भी स्वीकृति विभाग ने दी है। मानसून सत्र के बाद कार्य शुरू करा दिया जाएगा।