लखनऊ, (हि.स.)। राजधानी लखनऊ में स्वाइन फ्लू और डेंगू के बाद स्वाइन फ्लू का भी प्रकोप जारी है। लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों की ओपीडी आने वाले कई मरीजों में चिकनगुनिया देखने को मिला है। चिकनगुनिया मलेरिया और डेंगू की तरह ही मच्छर से फैलने वाला रोग है। इस बुखार में जहां पूरे शरीर में ऐंठन होती वहीं, हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द होता है।
लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जी.एस.बाजपेई ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि लखनऊ में चिकनगुनिया के 50 मरीज मिले हैं। इन मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कई मरीज ठीक भी हो चुके हैं। वहीं चिकनगुनिया से अब तक लखनऊ शहर में एक मौत भी हो चुकी है।
कैसे फैलता है चिकनगुनिया
चिकनगुनिया बीमारी का फैलाव चिकनगुनिया मच्छर के काटने से होता हैं। चिकनगुनिया फैलाने वाला यह मच्छर जब किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो उसकी लार में यह वायरस पहुंच जाता हैं। फिर यह मच्छर के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाते हैं। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति 09 से 10 दिन तक व्यक्ति रोग फैलाने की क्षमता रखता हैं।
लक्षण:-
ऽ जी मिचलना
ऽ भूख कम लगना
ऽ मांसपेशियों में दर्द
ऽ जोड़ो में तेज दर्द और सूजन
ऽ शरीर पर चकत्ते निकलना
ऽ ठण्ड लगकर तेज बुखार आना
ऽ सिरदर्द
बचाव: -
ऽ घर के अन्दर और आस- पास पानी जमा न होने दंे।
ऽ घर में कीटनाशक का छिडकाव करें।
ऽ कूलर का पानी रोज बदलते रहें।
ऽ गमले में या कचरे में पानी जमा न होने दंे।
ऽ खिड़की और दरवाजे में जाली लगाकर रखे।
केजीएमयू के गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग के प्रो0 सुमित रूंगटा के मुताबिक चिकनगुनिया मच्छर से फैलने वाला रोग है। इसके लक्षण बिल्कुल डेंगू की तरह होते हैं। लक्षण पाए जाने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। बुखार आने पर पैरासिटामोल दवा दी जाती हैं। चिकनगुनिया से पीड़ित लोगों को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए।