लखनऊ, (हि.स.)। प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी के पेंच कसने, जनपदों में जाकर वास्तविक हकीकत से वाकिफ होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों का दौरा करने का निर्णय लिया है। प्रथम चरण में इसकी शुरुआत वह बुधवार से अपने संसदीय क्षेत्र गोरखपुर से करेंगे।
इस दौरान योगी आदित्यनाथ स्वयं किसी भी स्थान पर जाकर मुआयना कर सकते हैं। वह स्कूलों से लेकर अस्पतालों कहीं का भी रूख कर सकते हैं। मुख्यमंत्री प्रथम चरण में महराजगंज, बलिया और सिद्धार्थनगर समेत पूर्वांचल के कुछ जिलों में भी जाएंगे। वह खासतौर पर कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य, स्वच्छता और बिजली के मुद्दों पर समीक्षा करेंगे। बताया जा रहा है कि गोरखपुर के बाद दस अगस्त को मुख्यमंत्री महाराजगंज का दौरा करेंगे। इसके बाद 11 अगस्त को वह बलिया जाएंगे। इस दौरान उनके साथ जनपदों के प्रभारी मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
जिलों के दौरे करके मुख्यमंत्री खुद ये जानेंगे कि आम जनता को सरकारी योजनाओं का कितना लाभ मिल रहा है और अधिकारियों के सामने उनकी सुनवाई हो रही है या नहीं। मुख्यमंत्री बारी-बारी से सभी 75 जिलों में जाएंगे और इस दौरान जनता से मुलाकात कर उनकी बातें भी सुनेंगे। इस प्रवास में वह जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं से भेंट भी करेंगे। इस पूरी कवायद का मकसद जिलों की जमीनी हकीकत जानने का है। किसी भी तरह की खामी मिलने पर मुख्यमंत्री कड़ा एक्शन लेंगे।
योगी आदित्यनाथ वैसे भी अपने कड़े तेवरों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद अभी तक वह बेहद शान्त तरीके से अधिकारियों को निर्देश देते आये हैं। अब वह किसी भी तरह की रियायत देने के पक्ष में नहीं है। शायद इसीलिए उन्होंने बीते दिनों जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में कड़े शब्दों में कहा था कि अब बातें नहीं सिर्फ एक्शन होगा और वह भी मौके पर ही होगा। उन्होंने जिलाधिकारियों को एलर्ट होने की भी नसीहत दी थी। इसलिए योगी अब अपने पुराने तेवरों में नजर आ सकते हैं।
उधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के इन दौरों से विकास योजनाओं के साथ ही साथ जनकल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा हो सकेगी। यही नहीं अधिकारियों के जनता के प्रति रवैये की भी जांच पड़ताल की जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिना किसी भेदभाव और पूर्वाग्रह के सभी अधिकारियों को काम करने का समान अवसर मुहैया कराया लेकिन इसका जनता को कितना लाभ मिला, ये जानने के लिए खुद मुख्यमंत्री जनता के बीच जा रहे हैं।