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कर्मचारियों की कमीं से नहीं हो पा रहा पशुओं का टीकाकरण
By Deshwani | Publish Date: 8/8/2017 12:23:41 PMलखनऊ, (हि.स.)। पशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सरकार अनेक योजनाएं चल रही हैं। इसके लिए शासन निर्देश भी जारी करता है लेकिन इन योजनाए कर्मचारियों के अभाव में गांवों तक नहीं पहुंच पाती। जिसका नुकसान भी कृषकों को उठाना पड़ता है।कर्मचारियों की कमी के कारण टीकाकरण और ग्रामीणों को रोजगार मुहैया कराने का काम काफी धीमी चाल से हो रहा है।
उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके सिंह की माने तो इस समय जिले में मवेशियों को गलघोंटू रोग से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। यह टीकाकरण इसी मौसम में हर साल शुरू किया जाता है। टीकाकरण मई से सितम्बर तक चलाया जाता है। चार महीने से चल रहे टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक जिले में केवल साढ़े तीन लाख गाय-भैंसों को टीका लगाया जा सका है, जबकि जिले में पालतू गाय-भैंसों की संख्या 12 लाख है।
डॉ सिंह ने बताया कि टीकाकरण अभियान की अवधि में मात्र दो माह शेष है और साढ़े आठ लाख मवेशियों को अभी गलघोंटू का टीका नहीं लग पाया है। कम समय और अधिक जानवर के सवाल पर डॉ. एके सिंह कहते हैं, “जितने कर्मचारी हैं उतने ही तो काम करेंगे, वे धीरे-धीरे लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।”
मुख्य चिकित्साधिकारी चन्दन सिंह शर्मा ने बताया मौजूदा कर्मचारियों के बीच भरपूर सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। कर्मचारियों की कमी की वजह से कुछ हद तक काम प्रभावित होता है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है।