इलाहाबाद, (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज को पार्टी से निकाले जाने व मायावती की गलत नीतियों तथा धनउगाही के विरोध में पूर्व बसपा विधायक मो. आसिफ जाफरी ने अपने समर्थकों के साथ इस्तीफा दे दिया।
चायल के पूर्व बसपा विधायक मो. आसिफ जाफरी ने पत्र प्रतिनिधियों से कहा कि पार्टी को चलाने के लिए फण्ड की जरूरत सबको होती है लेकिन धनउगाही करना ठीक नहीं। बसपा वर्तमान में केवल धनउगाही कर रही है। मायावती दलितों की बेटी नहीं, दौलत की बेटी बनना चाहती हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इन्द्रजीत जैसे कर्मठ, ईमानदार नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया, ऐसे में हम लोगों का पार्टी में रहना संभव नहीं है। इसलिए हम लोग भी सामूहिक रूप से इन्द्रजीत सरोज के समर्थन में पार्टी को छोड़ने का ऐलान करते हैं। आने वाले दिनों में और भी लोग बसपा का दामन छोड़ सकते हैं। मो. जाफरी ने कहा कि मायावती अपने मिशन से भटक गयी हैं। वह जिनके इशारे पर कार्य कर रही हैं, वे बसपा के आन्दोलन को समाप्त करना चाहते हैं। पार्टी में दलितों का सम्मान नहीं बचा है, उन्हें केवल दौलत चाहिए। उत्तर प्रदेश से पन्द्रह-पन्द्रह लाख तथा पश्चिमी क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से बाइस-बाइस लाख रुपये मांगे जा रहे हैं।
इस्तीफा देने वालों में पूर्व मंत्री बसपा हीरामनी पटेल, पूर्व प्रत्याशी बसपा सोरांव गीता पासी, बसपा प्रत्याशी फूलपुर मो. मशरूर, पूर्व प्रत्याशी बसपा फाफामऊ मनोज पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य कौशाम्बी अशोक कुमार सरोज, जोनल कोआर्डिनेटर जीतलाल पासी, पूर्व मण्डल कोआर्डिनेटर खिन्नी लाल पासी, पूर्व जिला प्रभारी मो.शोएब अंसारी, जिला सचिव बसपा राजनाथ पाल, जिला कोषाध्यक्ष बसपा दूधनाथ पटेल, डा.राम लाल सरोज, जियालाल फौजी, पूर्वप्रभारी विधानसभा चायल कुशल पटेल, ग्राम प्रधान पन्नोई चायल रमेश कुमार मौर्या आदि प्रमुख हैं।