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बिन बरसे चले गए बादल, गर्मी से तीर्थनगरी में लोग बेहाल
By Deshwani | Publish Date: 3/8/2017 4:12:11 PMहरिद्वार, (हि.स.)। उत्तराखण्ड में भारी बारिश के अलर्ट के बाद जहां प्रदेश के ऊपरी इलाकों में रोज मूसलाधार बारिश हो रही है। वहीं हरिद्वार में रोज घुमड़-घुमड़कर आने के बाद भी बादलों के बिन बरसे रुखसत होने से तीर्थनगरी के बाशिंदों को गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है। विगत एक सप्ताह में हल्की बूंदाबांदी के अलावा बारिश नहीं होने से लोग परेशान हैं। जबकि गंगा लगातार खतरे के निशान के करीब बह रही है। बिना बारिश के हरिद्वार में बाढ़ का खतरा लगातार मंडरा रहा है। यदि गंगा का जलस्तर थोड़ा और बढ़ जाता है तो जनपद के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। गंगा के बढ़े जलस्तर से जनपद के निचले इलाकों में रहने वाले लोग बाढ़ की संभावना से सहमे हुए हैं। वहीं, गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने सभी बाढ़ चैकियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दे दिए हैं।
बारिश नहीं होने के कारण तीर्थनगरी में संक्रांमक रोगों में बढ़ोतरी होती जा रही है। बारिश नहीं होने और कांवड़ की गंदगी अभी पूरी तरह से साफ नहीं होने से संक्रांमक रोग पैर पसारते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि अभी तक डेंगू के चार मामले सामने आ चुके हैं। यदि शीघ्र ही मूसलाधार बारिश हरिद्वार में नहीं होती है तो संक्रामक रोगों के बढ़ने का खतरा और बढ़ सकता है।
हालांकि विगत वर्ष डेंगू के कारण हुई मौतों को देखते हुए प्रशासन इसकी रोकथाम के उपाय कर रहा है, किन्तु बारिश नहीं होने से गंदगी साफ होने की संभावना कम ही है। बारिश नहीं होने के कारण गंदगी का साम्राज्य तीर्थनगरी में बना हुआ है और लोगों का गर्मी से हाल बेहाल है।