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राजधानी के मोटर ट्रेनिंग स्कूलों ने अभी तक नहीं कराया खटारा वाहनों को दुरूस्त
By Deshwani | Publish Date: 2/8/2017 5:24:38 PMलखनऊ, (हि.स.)। आरटीओ ने राजधानी के मोटर ट्रेनिंग स्कूलों को अपने खटारा वाहनों को दुरूस्त कराने के लिए पंद्रह दिन की मोहलत दी थी, लेकिन मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के संचालकों ने अभी तक अपने खटारा वाहनों दुरुस्त नहीं कराया। इन खटारा वाहनों से मोटर ड्राइविंग सीखने वाले लोगों को खतरा है।
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के खिलाफ मिली शिकायत पर बीती 17 जुलाई को एआरटीओ प्रशासन और आरआई की टीम ने जिले के सभी 42 मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के वाहनों की जांच की थी। इसमें व्यावसायिक वाहनों के चलाने का प्रशिक्षण दे रहे 15 स्कूलों के वाहनों की जांच की गई तो सात जर्जर और खटारा वाहन मिले। इनमें से एक में बिना ब्रेक के वाहन से ट्रेनिंग दी जा रही थी, तो दूसरे वाहन में खामियां मिलीं। इसलिए दो मोटर ट्रेनिंग स्कूल के वाहन संचालकों को 15 दिन के भीतर वाहन रिप्लेस करने का फरमान सुनाते हुए उन्हें चेतावनी दी गई थी। सात वाहन स्वामियों से गाड़ियों को दुरुस्त करा उनकी फिटनेस 15 दिन के भीतर देने कहा गया था। इसके अलावा चार मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के वाहनों के घिसे टायर, हिलती हुई बॉडी और फटी सीट देखकर गाड़ियों को तत्काल मानक के अनुरूप दुरुस्त कराने की हिदायत दी गई लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी सभी वाहन संचालक फिटनेस के लिए आरटीओ कार्यालय नहीं पहुंचे। बुधवार को फिटनेस के लिए एक ही वाहन स्वामी आरटीओ कार्यालय पहुंचा है।
उप परिवहन आयुक्त ने कहा कि वाहन स्वामियों को अपनी गाड़ियों को तय मानकों के अनुरूप लाना होगा, तभी वह लोगों को ट्रेनिंग दे पाएंगे। फिलहाल एआरटीओ की ओर से सर्टिफिकेट जारी करने से उन्हें रोक दिया गया है। पूरी रिपोर्ट को देखा जा रहा है। पूरी तरह फिट होने के बाद ही वाहनों का संचालन ट्रेनिंग के लिए किया जाएगा। खटारा वाहन से ट्रेनिंग देने का तो कोई मतलब ही नहीं है।