कानपुर, (हि.स.)। पखौंर गांव से देश के 14वें राष्ट्रपति बनने पर सिकंदरा विधानसभा सीट खास बन गई। जिसके चलते लखनऊ से लेकर दिल्ली तक राजनेता माथापच्ची कर रहें है। सत्ता पक्ष यानी भाजपा उप चुनाव में जीत के लिए किसी वीआईपी को उतारने का मन बना रही है। तो वहीं विपक्ष महागठबधंन के जरिये इस सीट को हथिया कर भाजपा को घेरने के लिए देश को संदेश देना चाहता है।
भाजपा विधायक मथुरा प्रसाद पाल के निधन से खाली हुई कानपुर देहात की सिकंदरा सीट पर पहली बार सभी पार्टियों के बड़े नेता बेहद दिलचस्पी दिखा रहें है। क्योंकि इसी सीट के अन्तर्गत पखौंर गांव आता है, जहां से देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बने हैं। ऐसे में भाजपा और विपक्ष यानी महागठबंधन के बीच कांटे का टक्कर देखने को मिलेगा। इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी यहां से किसी वीआईपी को उतारने का मन बना रही है। जिससे महागठबंधन को आसानी से मात दी जा सके। तो वहीं महागठबंधन इस प्रयास में है कि इस सीट को जीत देश को संदेश दिया जाय कि महामहिम के क्षेत्र की जनता भाजपा से नाखुश है। परिणाम क्या होगा यह तो मतदान परिणाम में ही पता चलेगा पर यह तय है कि पहली बार सिकंदरा सीट राजनेताओं के माथे पर बल ला दिया है।
लखनऊ व दिल्ली में बन रही रणनीति
महामहिम के गांव होने से सभी पार्टियों के नेता यहां से मजबूत प्रत्याशी उतारने को लेकर माथापच्ची कर रहें है। बताया जा रहा है कि हाल ही में तीन दिन के लखनऊ दौरे पर आये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस सीट को लेकर अलग से पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। तो वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद राजाराम पाल जिलाध्यक्ष नीतम सचान भी दिल्ली में डेरा डाले हुये हैं। इसी तरह रनर प्रत्याशी रही सपा की सीमा सचान भी लखनऊ में बड़े नेताओं को विश्वास दिलाने में जुटी हैं कि इस बार सीट पार्टी के खाते में आएगी।
इन पर चल रही चर्चा
सिकंदरा सीट के उप चुनाव को लेकर हालांकि अभी किसी पार्टी ने प्रत्याशियों के पत्ते नहीं खोलें। लेकिन चर्चाओं का दौर बराबर जारी है। बताया जा रहा है भाजपा परंपरागत सहानुभूति के चलते मैदान में नहीं उतरने वाली है यानी मथुरा प्रसाद के परिजनों को टिकट नहीं देना चाहती। परिजनों की जगह मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह पर भाजपा दांव लगा सकती है। इसी तरह महागठबंधन की तरफ से सपा व कांग्रेस जोर अजमाइश कर रही है। कांग्रेस की ओर से पूर्व सांसद राजाराम पाल, जिलाध्यक्ष नीतम सचान व सपा की ओर से रनर प्रत्याशी रही सीमा सचान हैं। बताते चलें कि सूत्रों के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी यह चुनाव नहीं लड़ेगी और महागठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करेगी।