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मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित
By Deshwani | Publish Date: 2/8/2017 1:23:58 PM<div style="text-align: justify;"><strong>भोपाल, </strong>(हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार शाम राजधानी भोपाल में आयोजित एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पांच विभूतियों का सम्मान किया। इनमें कुमारी मुस्कान अहिरवार को दो लाख रुपये और ईश्वरी प्रसाद तिवारी, संजय राठौर, चंदन पाल और दिव्यांग वीरेन्द्र सर को एक-एक लाख रुपये सम्मान निधि देने की घोषणा भी की। भोपाल की बस्ती दुर्गानगर में नौ वर्षीय बालिका कुमारी मुस्कान द्वारा संचालित पुस्तकालय के लिए कक्ष की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए।</div> <div style="text-align: justify;">इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि फीस नियमन के प्रस्तावित कानून का प्रारूप लगभग तैयार है। यह प्रयास है कि व्यवहारिक और संतुलित व्यवस्था बने जिसमें शिक्षण की संस्थाओं द्वारा पालकों का शोषण नहीं किया जा सके। साथ ही शिक्षा की अच्छी व्यवस्था का मार्ग भी अवरुद्ध नहीं हो। उन्होंने समाज के प्रबुद्ध, सक्षम और जनसेवियों का आह्वान किया कि गरीब बच्चों की जिंदगी संवारने और विद्यालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के प्रयासों में सहयोग के लिए आगे आएं। स्कूल की जिम्मेदारी लेकर उसकी बुनियादी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में सहयोग दें।</div> <div style="text-align: justify;">सुविधानुसार विद्यालयों में जाकर शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहयोग करें। आगामी 26 अगस्त को आयोजित होने वाले अभियान 'मिल बाँचें मध्यप्रदेश' के तहत स्कूलों में जाएं। उन्होंने अपील की है कि भिक्षावृत्ति और पन्नी बीनने में बचपन को बिखरने नहीं दें। ऐसे बच्चों के रहने, खाने, वस्त्र, शिक्षा-दीक्षा की संपूर्ण व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा करवाए जाने की व्यवस्था है। जिले के कलेक्टर योजना के प्रभारी हैं। नागरिकगण ऐसे बच्चों के जीवन को संवारने में मदद करें।</div> <div style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बताया कि मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति योजना में संशोधन करवाकर ड्रॉप लेने वाले मेधावी विद्यार्थियों को लाभान्वित करवाने का संशोधन हो गया है। उन्होंने बेरोजगारी को दूर करने, कौशल उन्नयन की आवश्यकता, ग्लोबल स्किल पार्क, युवाओं में उद्यमिता को बढ़ाने, छात्र संघ चुनाव और फीस नियमन आदि विषयों पर भी विचार व्यक्त किए।</div>