मेरठ, (हि.स.)। मेरठ मंडल के आयुक्त डाॅ. प्रभात कुमार ने कहा कि किसानों को जल्दी ही उनके बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए मेरठ की तीन व हापुड़ की एक चीनी मिल को पेराई सत्र 2016-17 के उत्पादित विद्युत का भुगतान जल्दी किया जाएगा जिससे चीनी मिल गन्ना मूल्य का अवशेष भुगतान समय पर कर सकें।
आयुक्त डाॅ. प्रभात कुमार ने उत्तर प्रदेश पावर काॅर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर कहा कि प्राथमिकता के आधार चीनी मिलों को उनका विद्युत देय का भुगतान किया जाए। ज्ञात हो कि चीनी मिलों द्वारा उत्पादित विद्युत को उत्तर प्रदेश पाॅवर काॅर्पोरेशन लिमिटेड को आपूर्ति की जाती है।
हापुड़ की सिम्भावली मिल द्वारा 194727.76 मेगावाट, मेरठ की मवाना चीनी मिल द्वारा 48226.36 मेगावाट, किनौनी चीनी मिल द्वारा 71912 मेगावाट व नगलामंल द्वारा 66632 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया जिसमें से क्रमशः 134157.25 मेगावाट, 30263.82 मेगावाट, 25329 मेगावाट व 40582 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति विद्युत विभाग को की गयी।
आयुक्त ने बताया कि जनपद हापुड़ की सिम्भावली चीनी मिल, जनपद मेरठ की मवाना, किनौनी व नगलामल चीनी मिलों के पेराई सत्र 2016-17 के लिए उत्पादित विद्युत का विद्युत विभाग पर देय क्रमश 10773.78 लाख रुपये, 1386.08 लाख रुपये, 1162.61 लाख रुपये व 1863 लाख रुपये हुआ जिसमें से 7374.43 लाख रुपये, 7ाख रुपये, 632.97 लाख रुपये व 1174.79 लाख रुपये का भुगतान चीनी मिलों को विद्युत विभाग द्वारा किया गया। विद्युत विभाग को चीनी मिलों को क्रमशः 3399.35 लाख रुपये, 588.20 लाख रुपये, 529.64 लाख रुपये, 688.21 लाख रुपये भुगतान करना है।
आयुक्त ने बताया कि गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान कराये जाने के लिए विद्युत विभाग को उत्पादित विद्युत के देय का भुगतान कराना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओ का प्राथमिकता पर निस्तारण करना व गन्ना मूल्य का अवशेष भुगतान समय पर दिलाना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है।