कानपुर, (हि.स.)। पनकी पॉवर हाउस की दोनों यूनिटें बंद होने के बाद यहां काम कर रहे 700 कर्मचारियों को प्रदेश की अन्य पावर यूनिटों में शिफ्ट किया जाएगा। इसको लेकर विभागीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। शिफ्टिंग के लिए विभाग ने कर्मचारियों से मनचाही यूनिटों में जाने के लिए विकल्प मांगे हैं।
पनकी पॉवर की तापीय 105 की दो यूनिटें हैं। दोनों यूनिटों के रखरखाव और हालत खराब होने से जून माह में बिजली का उत्पादन एक-एक कर बंद हो गया। यूनिटों से उत्पादन बंद होने के बाद यहां काम कर रहे 700 कर्मचारी जल्द यूनिटों के शुरू होने की आस में थे लेकिन एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद इनके दोबारा शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।
कार्पोरेशन की ओर से इसको लेकर औपचारिक निर्देश विद्युत उत्पादन निगम के निदेशक ने लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आखिरकार कर दिया। इसके साथ ही कर्मचारियों की शिफ्टिंग को भी हरी झंडी दे दी गई जिसके बाद विभागीय स्तर पर कर्मचारियों को प्रदेश के अलग-अलग पॉवर प्लांट में शिफ्ट करने के लिए उनसे ही विकल्प मांगे गये हैं। जल्द ही कर्मचारियों को उनके द्वारा विकल्प के रूप में दिये गये पॉवर प्लांट भेज दिया जाएगा।
पनकी पॉवर हाउस के महाप्रबंधक एच.सी. सिंह ने बताया कि अब पनकी की यूनिटों से बिजली का उत्पादन व चालू होने की संभावना कम है। इसको देखते हुए कर्मचारियों की शिफ्टिंग करने के आदेश मिले हैं। जल्द ही विकल्प के आधार पर कर्मचारियों को शिफ्ट कर दिया जाएगा।
इन यूनिटों में किये जाएंगे कर्मी शिफ्ट
पनकी पॉवर प्लांट की दोनों यूनिटों के बंद होने के बाद हरदुआगंज, पारीछा, ओबरा व अनपरा पॉवर प्लांट में पनकी यूनिट में काम कर रहे 700 कर्मचारियों को भेजा जाएगा। विभाग ने कर्मचारियों से मनचाही यूनिटों में जाने के लिए विकल्प मांगे हैं।
प्रस्तावित 660 मेगावॉट यूनिट भी अटकी
पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावाट की नई यूनिट लगाने की योजना प्रस्तावित है। इसके लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की ओर से एनओसी दी जा चुकी थी लेकिन दोनों यूनिटों के बंद होने व नई यूनिट लगाने में अफसरों की उदासीनता से यह कार्य ठन्डे बस्ते में जाता दिख रहा है। पनकी पॉवर हाउस की दोनों यूनिटें बंद होने से वर्तमान में 150 मेगावॉट बिजली का उत्पादन एक माह से ठप है। बाहर से बिजली खरीदने के बावजूद उत्तर प्रदेश विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारी पनकी की यूनिटें चालू कराने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
पनकी पॉवर प्लांट पर एक नजर
पनकी पॉवर हाउस 176 हेक्टेयर जगह में बना हुआ है। यहां पर 105-105 मेगावाट की दो यूनिटें लगी हैं जिनसे 150 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाता था। विभाग द्वारा इन्हें सितम्बर माह में बंद किया जाना था लेकिन उससे पहले ही जून माह में ही प्लांट से उत्पादन ठप हो गया। यहां पर 660 मेगावॉट की नई यूनिट लगाना प्रस्तावित है।