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आर्थिक संकट से गुजर रहा है किसान: लक्ष्मण सिंह
By Deshwani | Publish Date: 27/6/2017 12:34:19 PMभिण्ड, (हि.स.)। भारतीय किसान संघ के जिलामंत्री लक्ष्मण सिंह नरवरिया ने बताया कि इस समय अन्नदाता किसान आर्थिक संकट से गुजर रहा है। कर्ज के बोझ से दबा हुआ है। सरकार अन्नदाता किसानों की समस्याओं को अनदेखा कर रही है। जिसके परिणाम है कि प्रदेश में प्रतिदिन एक या दो किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
किसान दिन-रात मेहनत करके अनाज पैदा करता है। उत्पादन लागत बढ़ गई है। खाद, बीज, बिजली, पानी, जुताई और मजदूरी के भाव सातवें आसमान पर है। प्राकृतिक प्रकोप जैसे सूखा, अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, कीड़े एवं बैक्टीरिया, वायरस और जंगली जानवर नीलगाय आदि प्रकोपों से बचकर जो अनाज उसकी झोली में आता है तो उसे अपने बड़े सपनों को लेकर जब किसान मण्डी में अनाज लाता है तो बेचने के लिए और जब उसे उपज का उचित दाम नहीं मिलता तो वह परेशान हो जाता है। अनाज बेचना उसकी मजबूरी है, जो किसान इस घाटे को सहन नहीं कर पाते हैं वह आत्महत्या करने को मजबूर हो जाते हैं।
सरकार समर्थन मूल्य तो घोषित कर देती है, लेकिन व्यापारियों के दवाब में आकर किसानों का अनाज सस्ते दामों पर बिकवा देती है। चंबल संभाग भिण्ड और मुरैना जिला पूरे देश में सरसों के उत्पादन में आगे होने के कारण जाने जाते हैं। सरकार को चाहिए कि समर्थन मूल्य से कम दामों पर सरसों नहीं बिके। यदि कम मूल्य पर सरसों खरीदी जाती है तो ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करे। सरकार अतिशीघ्र सरसों खरीदी केन्द्र बनाए। किसान संघ ने तय किया है कि तीन जुलाई को किसानों की वृहद बैठक होगी और आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।