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मुख्यमंत्री ने किया पर्यटन स्थलों से जुड़ी आठ बेवसाइट का लोकार्पण
By Deshwani | Publish Date: 25/6/2017 6:24:19 PM लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पर्यटन विकास पर आयोजित सेमिनार का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों से जुड़ी आठ बेवसाइटों का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेक्युलरिज्म की पट्टी बांध ली है इसलिए लोग अयोध्या का नाम लेना नहीं चाहते। पर्यटन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश समृद्ध प्रदेश है लेकिन यहां जितने प्रयास होने चाहिए थे, उतने नहीं हुए। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत तीर्थाटन का केंद्र रहा है। अयोध्या में राम नवमी के अवसर पर जितनी भीड़ होती है, दुनिया के कई देशों की आबादी भी उतनी नहीं है। इस आधुनिकता की दौड़ में अपने प्राचीन इतिहास को भूल गए हैं। आठ हजार साल पुराना इतिहास तो सिर्फ चित्रकूट पर्वत का ही है, बाकियों की बात तो और भी ज्यादा है।
इस दौरान सीएम योगी ने अंकोरवाट मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशों ने हमारी संस्कृति को संभाल कर रखा लेकिन हम लोगों ने नहीं रखा। थाईलैंड की अर्थव्यवस्था अंकोरवाट के मंदिर पर निर्भर है। दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है अंकोरवाट है जहां रामायण को चित्रों के माध्यम से उकेरा गया। थाइलैंड के राजा खुद को राम का वंशज मानते हैं, वहां सभी हाईवे राम के नाम पर हैं। यहां तक थाईलैंड की पुरानी राजधानी का नाम अयोध्या था।
उत्तर से दक्षिण को जोड़ने का काम राम ने किया जबकि पूर्व से पश्चिम को जोड़ने का काम कृष्ण ने किया। पर्यटन की दिशा में काम करना पड़ेगा इसलिए रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट तथा बुद्ध सर्किट का निर्माण करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया योग के पीछे भाग रही है जिसकी शुरुआत महायोगी गोरखनाथ ने शुरू की है। हम जेवर को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाएंगे, कुशीनगर को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनवाने की प्रकिया में है।