बड़वानी, (हि.स.)। प्रदेश की राजधानी भोपाल में 15 से 19 जून तक प्रदेश के दिव्यांग कलाकारों की रचनाशीलता पर आधारित वृहद समारोह का आयोजन भारत भवन व रविन्द्र भवन में किया गया। प्रतिभा के अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग समर्थ मंच पर कला प्रदर्शनी, संगीत, नृत्य, गायन, फिल्म प्रदर्शन, नाटक आदि विषयों को समावेषित कर प्रदर्शन आयोजित किये गये।
सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण बड़वानी द्वारा आशाग्राम ट्रस्ट एव संत आगस्टिन सोसल सर्विस सोसायटी सेंधवा के 5 बच्चे क्रमश: मनीष डोडवे, राहुल दारासिंह, कुमारी पायल वर्मा, केशराम हरसिंग, सावन गठिया द्वारा अपनी विभिन्न विद्याओं का प्रदर्शन कर उपस्थित अतिथियों एवं जनसमुदाय को भावविभौर कर दिया। कक्षा 7वीं की कुमारी पायल ने न केवल एकल नृत्य में अपनी उम्दा प्रस्तुति दी बल्कि वैश्विक कलाकारो के साथ सामूहिक प्रस्तुति में भी समा बांध दिया।
आशाग्राम ट्रस्ट के मनीष किशोर डोडवे कक्षा 8वीं ने तो सभी को अपनी आजीविका मूलक कला क्रोशिये से बने उत्पादो का मंच पर प्रदर्शन कर उपस्थित लोगों को तालिया बजाने पर विवश कर दिया। विजेता बच्चो को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव एवं प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण नीलम शमीराव तथा प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव द्वारा शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मनीष डोडवे बचपन से बोल और सुन नहीं सकते हैं, किन्तु ये शारीरिक कमी उनके मनोबल के आगे बोनी साबित हो रही है। मनीष डोडवे के पिता किशोर डोडवे ने बताया कि मेरे बेटे ने जनवरी से अप्रैल तक क्रोशिये से बने हस्तनिर्मित उत्पादों को जो की लगभग 35 हजार रूपये मूल्य के हैं, विक्रय कर चुका है तथा अपने स्वयं के लिये स्मार्ट फोन भी खरीदा है।
प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि दिव्यांगों की रचनाशीलता का यह महापर्व देश दुनिया के ख्यातिलब्ध कलाकारो की सक्रिय भागीदारी से न केवल अनुठा बन पड़ा है बल्कि वह शारीरिक सीमाओं से परे होकर आत्म के महाकॉश को नवगति, नवलय, नवताल-छंद आदि से परिपूरित करने वाला सिद्ध हो रहा है।