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भारतीय सर्वेक्षण के 250 वर्ष पूरे होने पर डाक टिकट
By Deshwani | Publish Date: 22/6/2017 4:06:28 PM नई दिल्ली, (हि.स.)। डाक विभाग ने बुधवार को भारतीय सर्वेक्षण विभाग के 250 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली में एक कार्यक्रम में डाक टिकट जारी किया। ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1767 में भारत में अपने विस्तार के दृष्टिकोण से इसकी स्थापना की थी।
इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि डॉक टिकट के माध्यम से भारतीय सर्वेक्षण विभाग के काम को सम्मानित किया जा रहा है। विभाग ने हर तरह के खतरे को नजरअंदाज करते हुए इतना बड़ा काम किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत सरकार ने नक्शे पाने की प्रक्रिया को बेहद सरल और डीजिटल कर दिया है। पहले यह प्रक्रिया काफी लम्बी थी। केवल अपनी पहचान बताकर आप इसे हासिल कर सकते हैं।
इस अवसर पर संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि भारतीय सर्वेषण विभाग का देश के विकास में बड़ा योगदान है। कठिन और दुर्गम क्षेत्र में सर्वेषण का काम भारतीय सर्वेषण विभाग किया है। देश की अपेक्षाओं पर हमेशा खरा उतरा है। इस अवसर पर विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाक के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहा कि पहली पोस्टल स्टैंप भी 1857 में भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने ही जारी की थी।
भारत के महासर्वेक्षक स्वर्ण सुब्बाराव ने कहा कि उस समय केवल भारत का ही नहीं बल्कि तिब्बत, मंगोलिया और चीन के कुछ हिस्सों का भी सर्वे किया गया था। उस समय सर्वे परिस्थतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेशर को नापने के लिए पानी गर्म किया जाता था और लम्बाई को कदमों से नापते थे। उन्होंने कहा कि आज तकनीक का इस्तेमाल कर काम आसान हो गया है और हम पूरी तरह से डीजिटल हो गए हैं। इस अवसर पर पांच और 15 रुपये की दो पोस्टल स्टैंप लॉन्च की गयी और भारतीय सर्वेक्षण विभाक की अबतक की यात्रा पर एक वीडियो फिल्म दिखाई गई।