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सौंवे दिन अपने रिपोर्ट कार्ड से विपक्ष की बोलती बन्द करेगी योगी सरकार
By Deshwani | Publish Date: 22/6/2017 3:24:20 PMलखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने 100 दिन पूरे होने के कुछ रोज पहले ही अपना आत्ममूल्यांकन करना शुरू कर दिया है। जवाब दो स्तरीय देने की तैयारी है। पहला, सूबे में हुए विकास व उपलब्धियों का है, तो दूसरा प्रत्येक जिले में इन 100 दिनों में हुए 100 खास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए है। योगी के सौ दिन में क्या हुआ-क्या नहीं, इस पर भारतीय जनता पार्टी भी अपने पदाधिकारियों के साथ चिंतन-मंथन बैठक की दौर शुरू कर दिया है। यूपी की जनता भी योगी के 100 दिन में ‘क्या खोया-क्या पाया’ पर चर्चा में मशगुल है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि योगी के 100 दिन पूरे होने से पहले ही जिनकी मंशा रामराज्य स्थापित होने की है, वे यह भूल जाते हैं कि 14 साल के बाद सूबे की सत्ता में लौटी भाजपा को विरासत में जैसी सड़ांध मिली है। उस सड़ांध को खत्म करने में ही योगी सरकार प्राण-प्रण से लगी है। विरासत में सरकार को वित्तीय मोर्चे पर सबसे ज्यादा जूझना पड़ रहा है। विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार और काहिली की दीमक हर फाइल को चट कर गई है। ब्यूरोक्रेसी को यह समझाने में कि कार्यशैली बदल गई है अभी वक्त लग रहा है। इसके बाद भी योगी सरकार ने अपनी एक धमक कायम की है।
भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि योगी सरकार ने अपने 50 दिन के शुरुआती कार्यकाल में जितना काम किया है, उतना पूर्व के किसी मुख्यमंत्री ने नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यपमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार 29 जून को अपने 100 दिन पूरे कर रही है। इस मौके पर सरकार चूकना नहीं चाहती।
सूत्रों की मानें तो सरकार अपने 100 दिन का पूरा विवरण प्रदेश के जनता के सामने रखने को तैयार है। सरकार सभी 75 जिलों में तीन दिन का आयोजन करेगी। जिसमें जनप्रतिनिधि और जिलों के प्रभारी मंत्री जनता के सामने अपना ब्यौरा रखेंगे। प्रदेश के सूचना राज्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी के अनुसार सरकार जिला में अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करेगी। सरकार भाजपा के लोक-संकल्प पत्र के हर वादे को एक-एक करके पूरा कर रही है। सरकार का लाया गया श्वेपत पत्र इसी कड़ी का परिचायक है।
सरकारी सूत्रों की मानें तो योगी के ‘श्वेत-पत्र में पूर्ववर्ती सरकार के कारनामों की पोल भी खोली गई है। जिसके जरिए स्पष्ट किया गया है कि वर्तमान सरकार को किस बदहाली और कमियों के साथ सूबे की सत्ता मिली थी। सरकार बनने के बाद से ही कार्यशैली पर सवाल उठाने वाले विपक्ष को मुख्यमंत्री योगी ठीक 100वें दिन जवाब देंगें।
उधर, विपक्षियों द्वारा भी योगी आदित्यनाथ सरकार का रिपोर्ट कार्ड पढ़ने की घुड़दौड़ तेज है। विरोधी दल के नेता रामगोविन्द चौधरी ने हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से कहा कि योगी सरकार कानून व्यवस्था समेत हर मोर्चे पर असफल साबित हुई है।