देहरादून, (हि.स.)। उत्तराखंड सरकार ने 30 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को बंद करने का फैसला लिया है। इनमें से अधिकांश आईटीआई ऐसे हैं, जो केवल कागजों में चल रहे हैं। इसके अलावा 17 आईटीआई में कई ट्रेड बंद कए जाएंगे। इनके स्थान पर ऐसे ट्रेड शुरू किए जाएंगे, जो मौजूदा वक्त की जरूरत पूरा करते हैं और रोजगार का अवसर देंगे।
रविवार को वन एवं पर्यावरण व श्रम मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने तकनीकी शिक्षा विभाग के जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य के आईटआई संस्थानों की समीक्षा की। इसमें आईटीआई के हालातों के बारे में जानकारी सामने आई तो पता चला कि कई आईटीआई केवल कागजों में ही संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा कई ट्रेड समय के हिसाब से पुराने हो चुके हैं या फिर प्रशिक्षुओं की संख्या बेहद कम है। श्रम मंत्री डॉ. हकर सिंह रावत के अनुसार कई आईटीआई केवल राजनीतिक कारणों से खोले गए, उनका धरातल पर कोई काम नहीं है। अब ऐसे आईटीआई को बंद करने का फैसला लिया गया है। कई आईटीआई में फैकल्टी, स्टाफ, प्रशिक्षुओं की संख्या कम है, उनको दूसरे आईटीआई में शिफ्ट किया जाएगा, ताकि जिन आईटीआई को चलाया जाए, वहां किसी भी प्रकार की कमी न हो।