लखनऊ, (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को चक गंजरिया स्थित अमूल डेयरी प्लांट का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने अमूल की छाछ का भी स्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान मीडिया से दूरी बनायी रखी। यहां तक की मीडिया कर्मियों को बाहर ही रोक दिया गया।
निरीक्षण के बाद वापस आते समय जब पत्रकारों ने उनसे निरीक्षण के सम्बन्ध में जानकारी लेनी चाही तो योगी आदित्यनाथ अपनी चिरपरिचित शैली में मुस्कुराकर चले गए। उन्होंने अमूल के अधिकारियों से मीडिया के लोगों को भी छाछ पिलाने की बात कही।
दरअसल, यह प्रोजेक्ट पिछली अखिलेश यादव सरकार में शुरू हुआ था। तब अखिलेश इसे उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि मानते थे और अमूल द्वारा यूपी में 1000 करोड़ रुपये के निवेश की बात कही जाती थी। कहा जा रहा है कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं पिछली सरकार के विभिन्न प्रोजेक्ट की हकीकत परख रहे हैं, जिससे पता चल सके कि यह दावों के मुताबिक चल रहे हैं या नहीं और अगर इनमें किसी सुधार की जरूरत है तो सरकार अपने स्तर से उचित कदम उठायेगी।
अमूल के इस प्लांट में दो लाख लीटर दूध की सप्लाई होती है जबकि पांच लाख लीटर दूध सप्लाई करने का लक्ष्य लेकर अमूल चल रहा है। राजधानी लखनऊ के अलावा यहां से गोरखपुर, इलाहाबाद और सुल्तानपुर में दूध की सप्लाई होती है। यह प्लांट 300 करोड़ रुपये की लागत से बना है।
अमूल 60 हजार लीटर दूध किसानों से खरीद रहा है। इसके लिए समिति बनाकर किसानों से दूध लिया जाता है। वर्तमान में लगभग 1500 गांवों के किसानों से दूध खरीदा जा रहा है। किसानों को 38 रुपये लीटर का मूल्य अमूल डेयरी दे रहा है। यह खरीद बिचौलियों के बिना सीधे तौर पर होने की वजह से किसानों को लाभ मिल रहा है।