कोलकाता/दार्जिलिंग, (हि.स.)। पहाड़ पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की ओर से बुलाए गए बेमियादी बंद के दौरान शनिवार को हालात काफी बिगड़ गए। घूम भंजयांग में पुलिस और मोर्चा कार्यकर्ताओं में जमकर पत्थरबाजी, लाठी चार्ज और गोली बारी की खबर है। इसमें एक पुलिस अधिकारी समेत तीन लोगों की मौत की खबर है।
मोर्चा नेता विनय तमांग ने दावा किया है कि पुलिस ने गोली मारकर मोर्चा के दो कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी है। उधर गोली लगने से एक पुलिस अधिकारी की भी मौत हुई है। पुलिस का कहना है कि मोर्चा कार्यकर्ताओं की गोली से ही आईआरबी कमांडेंट की मृत्यु हुई है।
इसके अलावा सिंगमारी में भी पुलिस और मोर्चा समर्थकों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। इसमें मोर्चा समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस संघर्ष में कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर द लेबंग में मोर्चा समर्थकों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया जिससे स्थिति बेकाबू हो गई।
पुलिस को मोर्चा समर्थकों पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज की जिसमें दर्जनों मोर्चा समर्थक घायल हो गए हैं। पहाड़ पर हुई व्यापक हिंसा व फायरिंग को लेकर पुलिस और मोर्चा की तरफ से परस्पर विरोधी बयान आ रहे हैं। दोनों ने एक दूसरे पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया है। राज्य के एडीजी (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा ने कहा कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई है। अनुज ने कहा कि पुलिस इस तरह के विरोध प्रदर्शनों को सहने की आदी है, गोली चलाने का सवाल ही नहीं उठता।
उधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पुलिस द्वारा गोली चलाये जाने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मोर्चा समर्थकों पर गोलीबारी करने के आरोप लगाये। शनिवार को पहाड़ पर हुई व्यापक हिंसा के बाद नवान्न में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि पहले से षड्यंत्र करके पहाड़ को जलाया जा रहा है। उन्होंने अनुज शर्मा के बयान को दोहराते हुए कहा कि पहाड़ पर पुलिस ने गोली नहीं चलाई है। इसके अलावा ममता ने दावा किया कि पहाड़ पर हिंसा फैलाने में बाहरी लोगों का भी हाथ है।