लखनऊ, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि केन्द्र की सरकार की कोशिशों से भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच गई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम का ही नतीजा है कि सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही जनधन के हजारों बेनामी खाते सामने आए हैं।
त्रिपाठी ने कहा कि इन खातों में नोटबंदी के बाद करीब 130 करोड़ रुपये से ज्यादा के कालेधन की रकम जमा करने की बात सामने आ रही है। सरकार ने इन खातों की जांच शुरू कर दी है, जिससे इन लोगों में खौफ है। बहुत जल्द वह चेहरे सामने होंगे जिन्होंने नोटबंदी के दौरान कालाधन बचाने के लिए बेनामी खातों में पैसे जमा किए थे।
त्रिपाठी ने कहा कि खुद प्रधानमंत्री ने यूपी की अपनी रैली में इस बात का खुलासा किया था कि नोटबंदी के बाद से जनधन खातों में गरीबों के नाम से तमाम फर्जी खाते खुलवाकर उसमें पैसे जमा किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने ये अपील भी की थी कि जिन लोगों के खातों में दूसरे लोगों ने पैसे जमा कराएं हैं वह लोग अपने खातों से पैसा ना निकालें।
स्विस बैंक में जमा पैसों के ब्यौरों के आदान प्रदान को लेकर हाल ही में स्विट्जरलैंड से हुए समझौते भारत सरकार के लिए एक बड़ी कामयाबी है। इससे बहुत जल्द स्विस बैंक में जमा कालेधन की जानकारी मिलने लगेगी।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत सरकार ने काफी वक्त से इस सममझौते के लिए स्विट्जरलैंड सरकार पर दबाव बना रखा था। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार भ्रष्टाचार के चलते ध्वस्त हो चुकी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर पटरी पर लाने के काम में दिन रात जुटी हुई है। महज तीन सालों के भीतर केंद्र सरकार ने अपने फैसलों से ये साबित भी कर दिया है कि भ्रष्टाचारियों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की मुहिम के तहत ही तमाम भ्रष्टाचारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग रोज छापेमारी कर रहा है। इसके चलते भ्रष्टाचार के तमाम मामले पकड़ में आने लगे हैं और भ्रष्टाचारी जेल भेजे जाने लगे हैं। केन्द्र सरकार की तमाम और एजेंसियों को भी इस काम में लगाया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि बेनामी खातों में मिले पैसे देश के गरीब और ईमानदार जनता के हैं जिनपर सिर्फ गरीब जनता का ही हक है। प्रधानमंत्री मोदी जनता को उनका हक दिलाने का काम कर रहे हैं।