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जीएसटी के विरोध में कपड़ा व्यापारियों का प्रदर्शन
By Deshwani | Publish Date: 16/6/2017 5:11:07 PM जबलपुर, (हि.स.)। केंद्र सरकार ने ‘एक देश एक कर प्रणाली’ की बात कही थी, लेकिन जो कर प्रणाली जीएसटी के रूप में सामने आ रही है, इसमें अनेक विसंगतियां हैं। सरकार अपने अनुत्पादक गैर जरूरी खर्चों को कवर करने व्यापारियों पर ऊट-पटांग करारोपण कर रही है, जिसका सामूहिक विरोध कर रहे हैं। यह बात कहते हुए गुरुवार को देर तक जबलपुर थोक वस्त्र विक्रेता व्यापारी संघ ने जीएसटी के विरोध में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। हड़ताल का असर बड़ा फुहारा, गंजीपुरा, अंधेरदेव से लेकर सदर-गोरखपुर सहित अन्य उपनगरीय क्षेत्र के बाजारों में भी देखने मिला।
व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी की प्रक्रिया और प्रतिशत में इतनी विसंगतियां हैं कि एक ही धागे से बने हुए कपड़े और उसकी प्रोसेसिंग से ट्रेडिंग तक अलग-अलग टैक्स लगा कर व्यापारी को लूटे जाने की तैयारी है। जिसकी महीने में तीन और साल में छत्तीस बार रिर्टन भरना है इसमें एक भी त्रुटि होने पर जेल का प्रावधान रखा गया है, जबकि छोटा व्यापारी इतना शिक्षित नहीं है कि वो कम्प्यूटरीकृत बारीकियां समझ सके। इससे ब्रांडेड और साधारण कपड़ा सब महंगा हो जाएगा।
दूसरी ओर, हड़ताल को महाकोशल चेम्बर आफ कॉमर्स ने भी खुल कर समर्थन दिया है। बड़ा फुहारा स्थित धरना स्थल पर पहुंचे चेम्बर के अध्यक्ष रवि गुप्ता ने कहा कि व्यापार हमारा धर्म है जब उसे बंद करने की नौबत आ जाए तो समझ लेना चाहिए कि समस्या गंभीर है। चेम्बर द्वारा शुक्रवार को जीएसटी को लेकर उपायुक्त वाणिज्यकर को एक ज्ञापन सौंपा गया है।