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''स्वास्थ्य संरक्षण के लिए योग व आहार नियंत्रण जरूरी''
By Deshwani | Publish Date: 16/6/2017 4:55:06 PM
''स्वास्थ्य संरक्षण के लिए योग व आहार नियंत्रण जरूरी''

 जयपुर/अजमेर, (हि.स.)। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि स्वास्थ्य संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को वर्तमान जीवनशैली और खानपान में पूरी गम्भीरता से नियमों का पालन करना होगा। स्वास्थ्य संरक्षण के लिए सर्वाधिक आवश्यक है योग और आहार नियंत्रण। प्रतिदिन व्यायाम के साथ ही उचित मात्रा में पौष्टिक भोजन लेने वाला व्यक्ति ही स्वस्थ एवं दीर्घायु होगा। 

देवनानी ने कहा कि अजमेर स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है। स्मार्ट सिटी की पहचान सिर्फ सड़कों, भवनों या बेहतर संसाधनों से ही नहीं होती, बल्कि इसके लिए नागरिकों का स्मार्ट व्यक्तित्व एवं उनका स्वस्थ होना भी अतिआवश्यक है। प्रत्येक नागरिक योग को जीवन में अपनाएं और अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर स्मार्ट बनें।
शिक्षा राज्यमंत्री ने गुरुवार को अजमेर शहर के विभिन्न वार्डों में पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित योग शिविरों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आपाधापी की जीवनशैली और अनियमित, अनियंत्रित और पौष्टिकता से रहित खानपान मनुष्य के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है। इस कारण भारत में रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज मधुमेह, हृदय रोग सहित कई गम्भीर बीमारियां पैर फैला रही है। यहां तक कि छोटे बच्चे और युवा भी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। 
उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय जीवनशैली स्वस्थ और पुष्टिकर है। योग और पौष्टिक खानपान मनुष्य को इन गम्भीर रोगों से बचा सकता है। पं.दीनदयाल उपाध्याय का जीवन संदेश भी हम भारतीयों को एकात्म मानववाद, एकाग्रता, योग और ऋतुओं के अनुसार पौष्टिक खानपान का संदेश देता है। लम्बे समय तक स्वस्थ रहने के लिए हमें सख्ती के साथ स्वास्थ्य नियमों का पालन करना होगा। 
शिविर संयोजक महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि शिविर के दूसरे दिन सभी जगह योग करने वाले लोगों की संख्या में और अधिक वृद्धि हुई। खास बात यह रही कि महिलाओं और बच्चों ने भी इसमें पूरी भागीदारी निभाई। श्री गहलोत ने बताया कि सभी जगह योग के पश्चात शिविरार्थियों को पौष्टिक अल्पाहार के रूप में अंकुरित अनाज का वितरण भी किया गया।
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