ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राज्य
गोदावरी प्रदूषण को लेकर सरकार गंभीर नहीं: स्वामी अधोक्षानंद
By Deshwani | Publish Date: 15/6/2017 4:52:50 PM
गोदावरी प्रदूषण को लेकर सरकार गंभीर नहीं: स्वामी अधोक्षानंद

 मुंबई, (हि.स.)। गोवर्धन मढपुरी पीठाधीश्वर के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षानंद ने नासिक में गोदावरी के उदगम स्थान त्र्यंबकेश्वर और नासिक के रामकुंड के साथ अन्य परिसर का दौरा करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि यह सरकार गोदावरी प्रदूषण को लेकर गंभीर नहीं है। 

दौरे पर आए स्वामी अधोक्षानंद ने शहर के सामाजिक, पर्यावरण और गोदावरी प्रदूषण मुक्त के मिशन में शामिल विभिन्न संस्थाओं के सदस्यों से भी चर्चा की। इसके बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दक्षिण से बहने वाली गोदावरी नदी यह भूतल की पवित्र नदी है, उसके जल से लाखों जीव जिंदा हैं। गोदावरी नदी के उदगम स्थान त्र्यंबकेश्वर से लेकर अंत तक जगह-जगह पर विकास के नाम पर अनेक पवित्र कुंडों को लुप्त कर दिया गया है तथा नैसर्गिक जल स्त्रोत नष्ट हो गए हैं।
अधोक्षानंद ने कहा कि अलग-अलग तरीकों से हो रहे नदी के प्रदूषण को रोकना जरूरी है, जिसे प्रशासन और राज्य सरकार गंभीरता से नहीं ले रहा है। गोदावरी नदी को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका भी दायर की गई है। गोदावरी को बचाने के लिए जो नागरिक कार्यरत हैं, वे पुण्य का कार्य कर रहे हैं तथा इसको आगे बढ़ाने के लिए गोवर्धन मढपुरी द्वारा सभी स्तर पर प्रयास किया जाएगा। इस कार्य को सही मायने में गति मिले तो अगले सिंहस्थ कुंभ मेले तक गोदावरी नदी प्रदूषण से मुक्त हो जाएगी। पत्रकारों द्वारा राम मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, यह राजनीतिक नहीं बल्कि आस्था का मुद्दा है। आयोध्या में राम मंदिर बने, यह सभी की इच्छा है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS