राज्य
नहीं लगा जनता दरबार, मयूस लौटे फरियादी
By Deshwani | Publish Date: 15/6/2017 4:43:37 PM गोरखपुर, (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर फरियाद करने वाले लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। गुरुवार को जनता दरबार लगा ही नहीं। इससे कइयों की ख्वाहिश अधूरी रही कि वे योगी से मिलकर अपनी व्यथा सुनाएंगे। हालांकि सीएम के साथ चलने वाले कर्मचारियों ने प्रार्थना पत्रों को लेकर समस्या समाधान का आश्वासन देते रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर दौरे पर होते हैं तब आसपास के जिलों के लोग अपनी व्यथा सुनाने मंदिर आते हैं। हालांकि यह सिलसिला काफी पुराना है। मंदिर का हर महंत क्षेत्रवासियों की समस्याओं को सुनता रहा है और उनके निराकरण का प्रयास भी होता रहा है, लेकिन योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने में बाद यहां आने वाले फरियादियों की संख्या काफी बढ़ गई है।
बुधवार को गोरखपुर दौरे पर आये योगी को अपनी व्यथा सुनाने को भोर से ही मंदिर परिसर में फरियादियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह 10 बजे तक फरियादियों की संख्या हजारों में पहुंच गई। लगातार भीड़ बढ़ने से प्रशासन पर दबाव भी बढ़ रहा था। बेचैन अधिकारी अचानक सक्रिय हो गए। इनका हाथ बंटाने को मंदिर के कर्मचारी भी साथ हो लिए। कतार में खड़े लोगों के हाथों से प्रार्थना पत्रों का एकत्रीकरण शुरू कर दिया और खुद ही समस्या समाधान के बावत आश्वासन भी देने लगे। यह बात अलग है कि प्रार्थना पत्र दे रहे लोग शंका की दृष्टि से इन्हें देखते रहे। लोगों को लग रहा था कि बे अपनी व्यथा सीधे मुख्यमंत्री से नहीं कह पा रहे हैं।