कानपुर, (हि.स.)। दरभंगा से नई दिल्ली जा रही सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में लूट की सूचना पर सेन्ट्रल स्टेशन पर हड़कम्प मच गया। प्लेटफॉर्म पर पहुंची आरपीएफ व जीआरपी गाड़ी के स्टेशन आने का इंतजार में खड़े हो गए। गाड़ी के स्टेशन पर आते ही मामला लूट का नहीं बल्कि वर्दी पहने पुलिस कर्मियों द्वारा जबरन एसी कोच में घुसकर बैठने व यात्रियों के साथ मारपीट का निकला।
हावड़ा दिल्ली रेल रूट पर दरभंगा से नई दिल्ली को जा रही सम्पूर्ण क्रांति ट्रेन में इलाहाबाद से गाड़ी के आगे बढ़ते ही एसी कोच में लूट की सूचना मिली। लूट की सूचना मिलते ही आरपीएफ व जीआरपी के होश उड़ गए। फोर्स स्टेशन पर गाड़ी के आने का इंतजार करने लगी। इस बीच लूट की जानकारी पर मीडिया भी कवरेज के लिए पहुंच गई। जैसे ही कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर रुकी, मीडिया ने कोच को घेर लिया।
मीडिया को देखते ही कोच में सवार पुलिस की वर्दी में चढ़े कई सिपाही बचते हुए भागने लगे। उनके साथ कई यात्री जो जबरन एसी कोच में घुसे हुए थे, वह भी एक-एक कर निकल गए। एसी कोच में सफर कर रहे यात्री संतोष कुमार ने बताया कि जबरन वर्दी पहने लोग घुस आए थे और सीट पर कब्जा कर बैठ गए। जब उनसे हटने का कहा तो वह झगड़ने लगे। विरोध पर मारपीट भी की। सेन्ट्रल स्टेशन पर सभी आरपीएफ व जीआरपी के सामने उतरकर भाग निकले।
कोच अटेंडेंट वीके गुप्ता ने बताया कि कुछ पुलिस वाले जबरदस्ती एसी कोच में घुसे हुए थे। उन्हें दूसरे डिब्बे में जाने के लिए कहा गया, तो वह झगड़ रहे थे। कुछ और यात्री थे जिनके पास वेटिंग का टिकट था। वह भी जबरदस्ती एसी कोच में घुसे हुए थे। उनको भी कोच से निकलने के लिए कहा, तो वह भी झगड़ रहे थे। जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही थी। जिसकी सूचना हमने आरपीएफ और जीआरपी को दे दी थी लेकिन स्टेशन आते ही वह सब उतर गए। आरपीएफ और जीआरपी ने यह भी जानने की कोशिश नहीं की, कि यह पुलिस की वर्दी में लोग वास्तव में पुलिस के सिपाही हैं या फिर पुलिस की वर्दी पहने हुए लुटेरे हैं।
जीआरपी प्रभारी रामकेश वर्मा ने बताया कि ट्रेन में लूट की सूचना अफवाह निकली। एसी कोच में कुछ लोग जबरन घुस गए थे। जिन्हें गाड़ी के कानपुर आने पर उतार दिया गया। जबरन कोच में घुसने वालों पर कार्रवाई न किये जाने को लेकर जीआरपी प्रभारी ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया।