आजमगढ़, (हि.स.)। जिले में अपराध नियन्त्रित करने में जुटी पुलिस के हाथ मंगलवार को एक बड़ी कामयाबी लगी, जब तरवां थाना क्षेत्र के परमानपुर गांव के पास स्वाट टीम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 15 हजार के इनामी अपराधी वैभव यादव को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल, बाइक और कारतूस बरामद किये। मुठभेड़ के दौरान घायल बदमाश की हालत गंभीर देखते हुए वाराणसी रिफर किया गया, जबकि दो घायल पुलिसकर्मी का उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि घायल बदमाश डी60 गैंग का मुख्य सरगना है।
बतादें कि मंगलवार की तड़के स्वाट टीम को सूचना मिली की कुछ अपराधी किसी बड़ी वारदात के फिराक में मऊ जिले से आजमगढ़ जिले में प्रवेश कर रहे हैं। सूचना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने तरवां थाना क्षेत्र के परमानपुर गांव के पास घेराबन्दी की। करीब 5.30 बजे दो बाइक पर सवार कुछ लोग आते दिखाई दिए तो पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया। मगर बाइक सवारों ने वाहन की गति बढ़ा दी और पुलिस के करीब आते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अपने वाहन की आड़ में पहले से चौकन्नी पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया। मुठभेड के दौरान एक बदमाश घायल हो गया जबकि उसके तीन साथी मौके से फरार हो गये।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि सूचना के बाद पुलिस टीम मऊ जिले की सीमा से सटे सभी थाना क्षेत्रों में वाहनों की चेंकिंग शुरू कर दी गयी। इसी दौरान तरवां और दीदारगंज थाना क्षेत्र की सीमा पर बदमाशों से मुठभेड़ की सूचना मिली जिसके बाद अन्य स्थानों से पुलिस फोर्स को मौके पर भेजी गया। मुठभेड़ में डी60 गैंग का सरगना वैभव यादव घायल हो गया, उसे तीन गोलिया लगी है। इलाज के लिए बीएचयू रेफर कर दिय गया है। इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मीयों भी घायल हुए है। प्रथम दृष्टया तीन बदमाशों के फरार होने की सूचना है। फिलहाल पुलिस टीम फरार आरोपियों की गिरफतारी में जुटी है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डी60 गैंग का मुख्य सरगना जो प्रशासनिक स्तर पर चिन्हित है वह बिजनौर जेल में बंद है। उसके बाद से ही वैभव यादव इस गैंग का संचालन करता है। करीब एक वर्ष पूर्व ही यह जेल से छूट कर आया था और पूर्वान्चल के विभिन्न जनपदों में लूट, हत्या की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। जिसके बाद इसके ऊपर एडीजे स्तर से 15 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। अभी हाल में ही इसने जिले के दो थाना क्षेत्रों में पेट्रोल पम्प और सरकारी शराब की दुकान के सेल्समैन की हत्या कर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके पहले जिले के तत्कालीन एसपी और वर्तमान में जौनपुर के एसपी की टीम के ऊपर वाहन चेंकिग के दौरान फायरिंग की थी, जिसमें एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया था।