नई दिल्ली, (हि.स.)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को लंदन बनाने के दावे के बाद अब राजधानी को 100 प्रतिशत साक्षरता लाने का दावा किया है।
वॉलेंटियर्स से फेसबुक पर हैंगआउट चैट में केजरीवाल ने अनुरोध किया कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की योजनाओं को लोकप्रिय बनाएं। उन्होंने कहा कि आप सरकार दिल्ली में 100 प्रतिशत साक्षरता प्राप्त करना चाहती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें दिल्ली के छात्रों से शिकायत मिली है कि वे दिल्ली कॉलेजों में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा 'दिल्ली देश की राजधानी है, यह सभी के लिए है और सभी का यहां स्वागत है। लेकिन दिल्ली के करदाताओं के पैसे के साथ चल रहे कॉलेजों में कुछ आरक्षण होने चाहिए और दिल्ली के छात्रों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैंने 28 विद्यालयों में आरक्षण देने के लिए मनीष (सिसोदिया) से अनुरोध किया है, जो दिल्ली सरकार से सहायता प्राप्त करते हैं।' दिल्ली में कई कॉलेजों में प्रवेश के लिए हाई कटऑफ होने की वजह से कई छात्र एडमिशन नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं।
साथ ही, दिल्ली के छात्रों को उन लोगों के साथ प्रतिस्पर्धा करनी होती है जो राजधानी के बाहर से अपनी कक्षा बारहवीं की पढ़ाई पूरी करके आते हैं। अभी दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय दिल्ली में रहने वाले छात्रों को आरक्षण मिल रहा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निजी अस्पतालों में नि: शुल्क उपचार कराने के लिए सरकार की प्रमुख योजना को ठीक से नहीं चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, 'जब मैं अस्पताल गया था तब मुझे एहसास हुआ कि इस योजना के बारे में सभी नहीं जानते। मैंने इस योजना को लोकप्रिय बनाने के लिए चिकित्सा अधीक्षक को बताया है।' इससे पहले केजरीवाल ने नई दिल्ली के अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और लोगों के साथ बातचीत की।