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बीएचयू की ओटी बंद होने से मरीज और उनके तीमारदार बेहाल
By Deshwani | Publish Date: 9/6/2017 4:41:10 PM वाराणसी, (हि.स.)। बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल में मेजर आपरेशन के बाद 24 घंटे के भीतर तीन मरीजों की मौत के बाद ओटी बंद होने से मरीज और उनके परिवारीजन बेहाल हैं। सुविधा संपन्न मरीज और उनके परिजन बेहतर चिकित्सकीय सुविधा के निजी अस्पताल में जाने के लिए बाध्य हुए।
उधर अस्पताल के ओटी में ऑपरेशन के बाद मरीजों के मौत से हो रही किरकिरी को देख शुक्रवार को विश्वविद्यालय और अस्पताल प्रशासन भी किसी भी प्रकार का कोताही न हो इसके लिए सचेत दिखा। अस्पताल में कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण के दौरे के बाद जिला प्रशासन की भी नजरें अस्पताल पर बनी हुई हैं। कुलपति प्रो. जी.सी. त्रिपाठी भी बराबर मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। अस्पताल में ऑपरेशन के बाद गंभीर 05 मरीजों की बिगड़ी हालत के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। विश्वविद्यालय की ओर से जारी रिलीज में कहा गया है कि मरीजों के हालात में तेजी से सुधार आ रहा हैं। मगर सूत्रों की माने तो 05 मरीजों का हालत अभी भी चिंताजनक हैं। अस्पताल में अचानक मरीजों की तबियत बिगड़ने से तीमारदारों पर खर्च का दबाव भी बढ़ गया है।
अस्पताल के अधीक्षक ने चिकित्सकों संग की बैठक
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.ओ.पी. उपाध्याय ने शुक्रवार को भी चिकित्सकों के साथ बैठक की। इसमें पहले सभी मरीजों के स्वास्थ्य पर मंथन हुआ। इसके बाद अस्पताल की छवि बनाने के लिए एमएस ड़ॉ. ओ.पी. उपाध्याय ने आपरेशन के बाद गंभीर हुए सभी मरीजों का इलाज मुफ्त करने का चिकित्सकों को निर्देश दिया। बताया कि हम लोग गंभीर मरीजों के प्रति चिंतित है । सबका इलाज मुफ्त किया जाएगा। चिकित्सक जो भी दवाएं लिखेंगे। उमंग फार्मेसी से उन्हें मिलेंगी जिसका पैसा अस्पताल वहन करेगा।