राज्य
बजट सत्र के लिए सत्ता पक्ष-विपक्ष ने तैयार की रणनीति
By Deshwani | Publish Date: 7/6/2017 1:40:16 PMदेहरादून, (हिं.स.)। राज्य की नवनिर्वाचित सरकार का पहला बजट सत्र आठ जून से शुरू होगा। सत्र के 20 जून तक चलने की संभावना है। बजट सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
सरकार जहां बजट के साथ ही लोकायुक्त और तबादला विधेयक को पारित करा अपनी उपलब्धियों की फेहरिस्त बढ़ाना चाहेगी, वहीं विपक्ष एनएच-74 घोटाला, गैरसैंण और महंगाई को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। राज्य का वित्तीय वर्ष 2017-18 का बजट गुरुवार को सदन में पेश किया जाएगा। गत मार्च में सरकार लेखानुदान लेकर आई थी। वार्षिक बजट के लिए सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है।
आठ से 20 जून तक चलने वाले बजट सत्र में अभी तक कुल 400 प्रश्न आ चुके हैं। इनमें अभी और वृद्धि की उम्मीद है। वहीं, सरकार बजट पेश करने के साथ ही अपने महत्वाकांक्षी लोकायुक्त विधेयक और वार्षिक स्थानांतरण विधेयकों को भी इस सत्र में सदन में रखेगी। सत्र का पहला दिन हंगामे से भरा हो सकता है। विपक्ष ने सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की रणनीति बनाई है। भाजपा और कांग्रेस ने मंगलवार को विधायक दल की बैठक कर सत्र को लेकर रणनीति तैयार की। सरकार की कोशिश जहां सत्र को शांति के साथ संपन्न करने की है, वहीं विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलने का फैसला किया है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने विधायक दल की बैठक के बाद कहा कि बजट सत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग घोटाला-74 घोटाला सबसे बड़ा मुद्दा होगा। इसके साथ ही गैरसैंण को लेकर भाजपा की दोहरी नीति, बिजली दरों में वृद्धि समेत तमाम मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। वहीं, भाजपा विधायक दल की बैठक में मंगलवार को आयोजित की गई। इसमें सरकार ने बजट सत्र में शत-प्रतिशत उपस्थिति और सकारात्मक मुद्दों को सदन में उठाए जाने पर चर्चा हुई। राज्य सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि सरकार की मंशा जनहित के मुद्दों पर सकारात्मक बहस और समाधान करना है। इसके लिए सत्र में विपक्ष सकारात्मक भूमिका निभाए।