नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने राजधानी दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम से कचरा पृथक्करण अभियान का शुभारंभ करते हुए सोमवार कहा कि समाज में स्वच्छता की व्यवस्था की राजनीतिक स्वतंत्रता के समान है।
नायडू ने विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के स्थायी निकायों के लिए गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग संग्रहित करने के लिए अलग-अलग डिब्बे जारी किए। गीले कचरे के लिए हरे डिब्बे और सूखे कचरे के लिए नीले डिब्बे निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ दिल्ली के पांच स्थानीय निकायों उत्तरी दिल्ली नगर निगम, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और दक्षिणी नगर निगम तथा दिल्ली छावनी परिषद और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र में सूखे और गीले कचरा संग्रहित करने के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाई गयी। कचरा प्रबंधन की नयी व्यवस्था फरीदाबाद ,गुडगांव और नोएडा में भी लागू होगी।
स्वच्छ भारत शहरी मिशन के अंतर्गत, अक्तूबर, 2019 तक घर-घर जाकर ठोस कचरा एकत्र करने, उसे संयंत्र तक पहुंचाने और उसकी प्रोसेसिंग करने की व्यवस्था करने का लक्ष्य रखा गया है। देशभर में 130 शहरों में कचरे से कम्पोस्ट तैयार करने के संयंत्र चालू किए जाएंगे। वेंकैया नायडू इंदौर में भी ऐसी ही प्रणाली का उद्घाटन करेंगे। अन्य राज्यों में राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों द्वारा इसी तरह की कवायद को अंजाम दिया जाएगा।
साथ ही, दिल्ली और निकटवर्ती गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद में सोमवार से ठोस कचरे के प्रबंधन के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। इसके अंतर्गत शहर के ठोस कचरे को स्रोत पर जैसे घरों, होटलों, रेस्त्राओं आदि में अलग-अलग किया जाएगा। गीले कचरे को हरित डिब्बों और सूखे कचरे को नीले डिब्बों में एकत्र किया जाएगा। देशभर में 130 शहरों में कचरे से कम्पोस्ट तैयार करने के संयंत्र चालू किए जाएंगे।