मुंबई, (हि.स.)। अपनी विविध मांगों को लेकर महाराष्ट्र के किसान चौथे दिन भी हड़ताल पर हैं। हडताल में पुणे, नाशिक और सोलापुर के किसानों के शामिल होने की बात कही जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गुरुवार एक जून से किसान हड़ताल पर है। हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार की रात को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने किसानों के प्रतिनिधियों को चर्चा करने के लिए बुलाया था, साढ़े चार घंटे चली मैराथन बैठक के बाद जहां हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की गई, वहीं शनिवार की सुबह से ही किसानों ने हड़ताल पर बने रहने की घोषणा करके सरकार द्वारा मंजूर की गई मांगों को नकार दिया। किसानों ने कहा कि उनकी जब तक मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
बताया जा रहा है कि किसानों की हड़ताल के बावजूद शहरों की ओर दूध और साग-सब्जी की आवक शुरू हो गई है। पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त में नाशिक बाजार से 195 ट्रक सब्जियां शहरों के लिए रवाना की गई है। किसानों में पड़ी फूट के कारण ऐसा हुआ है। साथ ही 95 टैंकर दूध भी शहर की ओर रवाना किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।मुंबई, (हि.स.)। अपनी विविध मांगों को लेकर महाराष्ट्र के किसान चौथे दिन भी हड़ताल पर हैं। हडताल में पुणे, नाशिक और सोलापुर के किसानों के शामिल होने की बात कही जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गुरुवार एक जून से किसान हड़ताल पर है। हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार की रात को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने किसानों के प्रतिनिधियों को चर्चा करने के लिए बुलाया था, साढ़े चार घंटे चली मैराथन बैठक के बाद जहां हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की गई, वहीं शनिवार की सुबह से ही किसानों ने हड़ताल पर बने रहने की घोषणा करके सरकार द्वारा मंजूर की गई मांगों को नकार दिया। किसानों ने कहा कि उनकी जब तक मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
बताया जा रहा है कि किसानों की हड़ताल के बावजूद शहरों की ओर दूध और साग-सब्जी की आवक शुरू हो गई है। पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त में नाशिक बाजार से 195 ट्रक सब्जियां शहरों के लिए रवाना की गई है। किसानों में पड़ी फूट के कारण ऐसा हुआ है। साथ ही 95 टैंकर दूध भी शहर की ओर रवाना किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।मुंबई, (हि.स.)। अपनी विविध मांगों को लेकर महाराष्ट्र के किसान चौथे दिन भी हड़ताल पर हैं। हडताल में पुणे, नाशिक और सोलापुर के किसानों के शामिल होने की बात कही जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गुरुवार एक जून से किसान हड़ताल पर है। हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार की रात को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने किसानों के प्रतिनिधियों को चर्चा करने के लिए बुलाया था, साढ़े चार घंटे चली मैराथन बैठक के बाद जहां हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की गई, वहीं शनिवार की सुबह से ही किसानों ने हड़ताल पर बने रहने की घोषणा करके सरकार द्वारा मंजूर की गई मांगों को नकार दिया। किसानों ने कहा कि उनकी जब तक मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
बताया जा रहा है कि किसानों की हड़ताल के बावजूद शहरों की ओर दूध और साग-सब्जी की आवक शुरू हो गई है। पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त में नाशिक बाजार से 195 ट्रक सब्जियां शहरों के लिए रवाना की गई है। किसानों में पड़ी फूट के कारण ऐसा हुआ है। साथ ही 95 टैंकर दूध भी शहर की ओर रवाना किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।मुंबई, (हि.स.)। अपनी विविध मांगों को लेकर महाराष्ट्र के किसान चौथे दिन भी हड़ताल पर हैं। हडताल में पुणे, नाशिक और सोलापुर के किसानों के शामिल होने की बात कही जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गुरुवार एक जून से किसान हड़ताल पर है। हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार की रात को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने किसानों के प्रतिनिधियों को चर्चा करने के लिए बुलाया था, साढ़े चार घंटे चली मैराथन बैठक के बाद जहां हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की गई, वहीं शनिवार की सुबह से ही किसानों ने हड़ताल पर बने रहने की घोषणा करके सरकार द्वारा मंजूर की गई मांगों को नकार दिया। किसानों ने कहा कि उनकी जब तक मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
बताया जा रहा है कि किसानों की हड़ताल के बावजूद शहरों की ओर दूध और साग-सब्जी की आवक शुरू हो गई है। पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त में नाशिक बाजार से 195 ट्रक सब्जियां शहरों के लिए रवाना की गई है। किसानों में पड़ी फूट के कारण ऐसा हुआ है। साथ ही 95 टैंकर दूध भी शहर की ओर रवाना किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने दूध व साग-सब्जी की गाड़ियों को रोकने के आरोप में डेढ़ सौ किसानों पर मामला दर्ज किया है।