बिहार
जीर्ण शीर्ण अवस्था में है पंचायत भवन
By Deshwani | Publish Date: 22/5/2017 12:37:10 PMपूर्णिया। त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के गठन को अभी पन्द्रह वर्ष हुए हैं। इन पन्द्रह वर्षों में सरकार द्वारा पंचायतों में अनेक तरह की योजनाओं के निमित्त कई तरह के कार्य किए गए जिनमें से एक योजना हरेक पंचायतों में पंचायत भवन की योजना को प्रमुखता से लागू किया गया।धमदाहा प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत बनाए गए सभी पंचायत भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में है।
आलम ये है कि पंचायत के उन भवनों में जाने से लोग कतराते हैं ।अपने स्थापना काल से पंचायत भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। जबकि पंचायतों में हर वर्ष बड़ी राशि विकास के नाम से आवंटित होती रहती है बावजूद इसके भवनों की देखरेख व रखरखाव को नजरअंदाज किया गया जिससे कि लाखों की राशि से बनाए गए भवन अब औचित्यहीन सा लग रहा है।
विभिन्न पंचायत के लोगों का कहना है कि सरकार से आवंटित राशि को पंचायत सचिव व मुखिया के द्वारा राशि का उपयोग कागजों पर ही दिखाया जाता है। पंचायतों में भवन के लिए कई आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी हुई जो कि कागज पर ही रह गई। सभी पंचायत भवन में सरकारी राशि से खरीदी गई वस्तुएं उपलब्ध नहीं है जबकि लाखों रुपये के सामानों की खरीददारी पंचायतों में अंकित है।
इस बावत विभिन्न पंचायत सचिव द्वारा बताया गया कि पंचायत भवन के नाम से खरीदे गए सामान मुखिया के घरों की शोभा बढ़ा रहे हैं। जबकि हकीकत में कई पंचायत में सिर्फ कागज पर ही खरीददारी अंकित है। इस ओर कभी किसी ने ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा।