बिहार
लालू के साथ भाजपा नेताओं की संपत्ति की भी जांच करें मोदी : पप्पू यादव
By Deshwani | Publish Date: 22/5/2017 4:38:18 PMपत्रकारों से रूबरू होते सांसद पप्पू यादव
- संवाददाता सम्मेलन में सांसद ने भाजपा व नीतीश को भी आड़े हाथों लिया, कहा- नक्सलवाद व आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक भ्रष्टाचार
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक व सांसद पप्पू यादव ने सोमवार काे पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में लालू प्रसाद और सुशील मोदी पर जम कर निशाना साधा। श्री यादव ने कहा कि लालू प्रसाद देश में भ्रष्टाचार को अलग तरह से परिभाषित करना चाह रहे हैं। उनके हिसाब से ‘उसने लूटा तो हमने लूटा’ की परिपाटी शुरू की गई है, जो जनतंत्र के लिए खतरनाक है।
सांसद ने लालू प्रसाद पर अपने परिवार को बचाने का अरोप लगाते हुए कहा कि जब शहाबुद्दीन पर आरोप लगा, तब उनके पेट में दर्द नहीं हुआ। लालू प्रसाद ने खुद ही अपनी पार्टी के पूर्व सांसद अली अशरफ फातमी पर 10 करोड़ में बिकने की बात कही थी। जब राजद सांसद तसलीमुद्दीन पर आरोप लगे, तभी वे मौन रहे। मगर अब जब लालू परिवार पर बेनामी संपत्ति के आरोप लगे हैं, तो हाय- तौबा क्यों ?
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद उनके ठिकानों पर केंद्रीय एंजेसी की जांच पर सवाल उठाते हैं, मगर नीतीश जी आपके पास तो विजिलेंस है। उससे जांच क्यों नहीं करना चाहते हैं ? आपने बेनामी संपत्ति के खिलाफ ललन सिंह और शिवानंद तिवारी द्वारा उठावा गए साल 2008 में सवाल खड़े किए थे, मगर आज इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। क्या यह 2008 का गुप्त समझौता तो नहीं, जब लालू प्रसाद यादव सुशील मोदी, नंद किशोर यादव जैसे नेताओं के खिलाफ बेनामी संपत्ति का सवाल उठा रहे थे। मगर अब वे सत्ता के बीच चुप हैं और दोनों तरफ से हित साध रहे हैं।
सांसद ने सुशील मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि सिर्फ लालू यादव को ही टारगेट क्यों किया जा रहा है। आखिर भाजपा के लोगों के अकूत संपत्ति की जांच क्यों न हो। इस दल के नेताओं ने पटना में बड़े – बड़े शो रूम कैसे खोल लिए। सहरसा, सुपौल में भाजपा विधायक की अकूत संपत्ति पर सुशील कुमार मोदी क्यों चुप हैं।
सांसद ने राजद की 27 अगस्त को होने वाली रैली पर तंज कसते हुए कहा कि यह देश बचाओ नहीं, बल्कि परिवार बचाओ और लूट का धन खपाओ रैली है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि क्या वे लालू प्रसाद की इस रैली में शामिल होंगे। यह देश की जनता जानना चाहती है।
श्री यादव ने एक बार फिर भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को देश के लिए खतरनाक बताया और कहा कि लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन भ्रष्टाचार है। उग्रवादी, आतंकवादी और नक्सलवादी जितने लोगों को मारते हैं, उससे कई गुना ज्यादा लोग भ्रष्टाचारियों की भेंट चढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम इसके खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय से लेकर उच्च न्यायालय में जाएंगे।