बिहार
पूर्व सांसद प्रभुनाथ हत्या मामले में दोषी करार, गिरफ्तार
By Deshwani | Publish Date: 18/5/2017 7:53:30 PMपटना । देशवाणी न्यूज नेटवर्क
हजारीबाग की अदालत द्वारा राजद नेता सह पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को पूर्व विधायक अशोक सिंह की हत्या के 22 साल पुराने मामले में दोषी करार दिया गया है। गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रभुनाथ की गिरफ्तारी लालू प्रसाद की व्यक्तिगत क्षति बताई जा रही है।
बता दें कि विधायक अशोक सिंह की हत्या 3 जुलाई 1995 को पटना में उनके सरकारी आवास 5 स्टैण्ड रोड में बम मार कर कर दी गई। उस समय वो आरजेडी के मशरख विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। अपने पति अशोक सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी चांदनी देवी ने प्रभुनाथ सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसमें प्रभुनाथ सिंह के अलावा उनके भाई दीनानाथ सिंह और रितेश सिंह को आरोपी बनाया गया था।
बता दें कि प्रभुनाथ सिंह को हराकर ही अशोक सिंह मशरख से विधायक बने थे।
गिरफ्तार प्रभुनाथ के छपरा जेल में रहते कानून व्यवस्था बिगड़ रही थी, जिसके चलते उनको हजारीबाग जेल शिफ्ट किया गया। उस समय झारखंड अलग राज्य नहीं बना था। प्रभुनाथ सिंह के आवेदन पर ही हजारीबाग में इस केस का ट्रायल चला और 22 साल के बाद अदालत ने फैसला सुनाया है।
अशोक सिंह मशरक के जनता दल से उस समय विधायक थे। 28 दिसंबर, 1991 को मशरक के जिला परिषद कांप्लेक्स में उन पर गोलियों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी थी, जिसमें वे तब बिल्डिंग में छिप कर किसी तरह बच गये थे। लेकिन कुछ साल बाद 1995 में पटना स्थित उनके आवास पर बम मार कर उनकी हत्या कर दी गयी थी।
ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक कॅरियर
प्रभुनाथ सिंह ने सिवान के महाराजगंज संसदीय सीट से 2004 में राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। पहले जनता दल, फिर जदयू से जुड़कर वे लगातार महाराजगंज की राजनीति में सक्रिय रहे। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में राजद के प्रत्याशी उमाशंकर सिंह ने प्रभुनाथ को तीन हजार वोटों से हरा दिया था। आगे 2012 में वे जदयू से अलग होकर राजद में शामिल हो गए। महाराजगंज से वे जदयू के टिकट पर सांसद बने थे। इस दौरान वर्चस्व को लेकर उनका सामना शहाबुद्दीन से हुआ। दोनों को एक-दूसरे के दुश्मन के रूप में देखा जाने लगा। हालांकि, प्रभुनाथ सिंह वर्तमान में लालू प्रसाद के साथ राजद में हैं।
लालू प्रसाद इन दिनों भ्रष्टाचार के मामलोें को लेकर मुश्किल में हैं। इस बीच लालू ने 27 अगस्त को विपक्ष की रैली करने की घोषणा की है। इस रैली की सफलता के लिए प्रभुनाथ सिंह पर अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी।