ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
एकेडमिक कैलेंडर का ठीक से अनुपालन हो : नीतीश कुमार
By Deshwani | Publish Date: 16/5/2017 4:53:09 PM
एकेडमिक कैलेंडर का ठीक से अनुपालन हो : नीतीश कुमार

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुलपति एवं प्रतिकुलपति की नियुक्ति नियमों के मुताबिक यथाशीघ्र करने के लिए राज्यपाल राम नाथ कोविंद को बधाई देते हुए मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में यहाँ के छात्रों का नुकसान नहीं हो , इसके लिए विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में एकेडमिक कैलेंडर का ठीक से अनुपालन होना चाहिये।

राजभवन में आयोजित कुलपति-प्रतिकुलपति सम्मेलन को संबोधित करते हुये नीतीश कुमार ने यहाँ कहा कि उनका मकसद उच्च शिक्षा में बिहार के ग्रास एनरालमेंट रेशियों को बढ़ाना है । उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है, चाणक्य-आर्यभट्ट यहीं के थे। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में बिहार में नालंदा, बिक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे ज्ञान के केन्द्र थे जिस वजह से बिहार शिक्षा का बहुत बड़ा केन्द्र हुआ करता था।

नीतीश कुमार ने कहा कि आज देश के कोने-कोने में बिहार के छात्र बड़ी संख्या में हैं 1 शिक्षण संस्थानों में कमियों को दूर करने की अपनी प्रतिबधता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में नालंदा विवि को पुनर्जीवित किया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालय के लिये जमीन उपलब्ध करा दी गयी है | शिक्षा के क्षेत्र में बिहार को फिर से उसी ऊॅचाई पर ले जाने की अपनी योजना पर बल देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2005-06 में शिक्षा के लिये बिहार के बजट में 4261 करोड़ रूपये दिया गया था, वहीं 2016-17 में इसके लिये 21,897 करोड़ रूपये तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 25 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 20 प्रतिशत से ज्यादा बजट का हिस्सा शिक्षा क्षेत्र के लिये निर्धारित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बिहार के ग्रास एनरालमेंट रेशियो को 30 प्रतिशत करना चाहते हैं जिसके लिये कई कदम उठाये गये हैं। उन्होंने कहा कि पहले सरकार का ध्यान प्राथमिक शिक्षा पर केन्द्रित था। स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या जो पहले साढ़े बारह प्रतिशत थी, वह अब एक प्रतिशत से भी कम हो गयी है। 

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार का प्रजनन दर देश के प्रजनन दर से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यदि लड़की मैट्रिक पास हो तो प्रजनन दर दो प्रतिशत हो जाता है और अगर 12वीं पास हो तो 1.6 प्रतिशत हो जाता है। उन्होंने कहा कि अगर हर लड़की को 12वीं तक पढ़ा दें तो प्रजनन दर स्वतः ही नीचे चला जायेगा। 

लड़कियों के शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये सरकार द्वारा पोषाक योजना, साईकिल योजना चलाई गयी, जिसके फलस्वरूप जहाँ वर्ग-9 में पढ़ रही लड़कियों की संख्या 2007 में 1 लाख 70 हजार थी, वह अब बढ़कर 9 लाख हो गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा में सहयोग के लिये स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की गयी है जिसके तहत 4 लाख रूपये तक का स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ अन्य तरह की छात्रवृति भी वैकल्पिक रूप में जारी रहेगी । 

 

 

 

 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS