बिहार
एक्सपायरी दवा सड़क पर फेंके जाने पर हाई कोर्ट ने लिया कड़ा संज्ञान
By Deshwani | Publish Date: 15/5/2017 3:53:09 PMपटना, (हि.स.)| राज्य के अस्पतालों में गरीबों को दवा नहीं मिलने और उन दवाओं के एक्पायरी होने के बाद सड़क पर फेंके जाने का सोमवार को कड़ा संज्ञान लेते हुए पटना उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को 4 सप्ताह के अंदर इस सन्दर्भ में जवाब देने का निर्देश दिया । मुख्य न्यायाधीश राजेन्द्र मेनन एवं न्यायाधीश सुधीर सिह की खण्डपीठ ने इस सम्बंध में समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पर स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जवाब-तलब किया है।
अदालत ने राज्य सरकार के प्रधान अपर महाधिवक्ता ललित किशोर को निर्देश दिया कि वे इस बाबत अपने स्तर से जांच कर अगली सुनवाई में अदालत को जांच रिपोर्ट के साथ स्थिति की सही जानकारी दें। साथ ही साथ अदालत ने वरीय अधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद सिंह को कहा कि वह इस मामले में अपना सहयोग दें ताकि सच्चाई सामने आ सके और जरूरतमंद लोगों तक दवा पहुंच रहा है या नहीं इसकी सही जानकारी मिल सके। गौरतलब है कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में एक तरफ जहां दवा का अभाव बताकर गरीब मरीजों को जरूरी दवाएं नहीं दी जाती हैं, वहीं बड़ी मात्रा में दवाओं को भंडार में स्टोर कर रख दिया जाता है तथा बाद में जब वह दवा जब एक्सपायर हो जाती है तो उन्हें सड़क पर फेंक दिया जाता है।